नई दिल्ली: देश के पूर्व वित्तमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता अरुण जेटली की हालत बेहद नाजुक बनी हुई है। AIIMS में कॉर्डियो-न्यूरो सेंटर के आईसीयू में भर्ती 66 वर्षीय जेटली को जीवनरक्षक प्रणाली पर रखा गया है और अब उनके लिए देश में दुआओं का दौर जारी हो गया है।
सांस लेने में परेशानी होने और बेचैनी महसूस होने के बाद अरुण जेटली को 9 अगस्त को AIIMS में भर्ती किया गया था। डॉक्टरों की एक टीम उनकी निगरानी कर रही है। जेटली के हृदय और फेफड़े सही ढंग से काम नहीं कर रहे हैं।
हालांकि, एम्स ने उनके स्वास्थ्य के बारे में 10 अगस्त से कोई मेडिकल बुलेटिन जारी नहीं किया है। उनके स्वास्थ्य के बारे में जानने के लिए हाल के दिनों में कई बड़े नेताओं ने अस्पताल का दौरा किया।
कॉर्डियो-न्यूरो सेंटर के आईसीयू में जीवनरक्षक प्रणाली पर जेटली को रखा गया है। बता दें कि पिछले साल 14 मई को एम्स में उनके गुर्दे का प्रतिरोपण हुआ था। उस समय रेलमंत्री पीयूष गोयल को उनके वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई थी।
पिछले साल अप्रैल की शुरुआत से ही वे कार्यालय नहीं आ रहे थे और वापस 23 अगस्त 2018 को वित्त मंत्रालय आए। लंबे समय तक मधुमेह रहने से वजन बढ़ने के कारण सितंबर 2014 में उन्होंने बैरिएट्रिक सर्जरी कराई थी।