नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनावों में अरविंद केजरीवाल की शानदार जीत पर अन्ना हजारे ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने इतनी बड़ी- बड़ी जनसभाएं कीं, इसके बावजूद भी जीत अरविंद की हुई, यह मोदी की हार है, वहीं अन्ना हजारे ने केजरीवाल को जीत की बधाई देते हुए कहा है कि वह अब पहले वाली भूल को न दोहराएं।
अन्ना ने अपने पैतृक गांव महाराष्ट्र के रालेगण सिद्धि में कहा, ये चुनाव परिणाम इसलिए आए हैं, क्योंकि आठ महीने पहले केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार के आने के बाद अच्छे दिन केवल उद्योपतियों के लिए आए हैं। जनता ने पहले सोचा था कि अच्छे दिन आने वाले हैं, लेकिन अच्छे दिन केवल उद्योगपतियों के लिए आए हैं और इसीलिए ‘आप’ की स्वीकार्यता जनता के बीच बढ़ती गई।
अन्ना ने कहा कि बीजेपी को इतना अपयश क्यों मिला, यह सोचने वाली बात है। जो आश्वासन बीजेपी ने दिए उनका पालन नहीं किया। भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी लड़ाई के दावे झूठे निकले। लोकपाल कानून का पालन नहीं हो रहा। उन्होंने ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने हमारे आंदोलन से ही लोगों का विश्वास जीतना शुरू किया था। मेरी अरविंद से अपेक्षा है कि वह अपनी गलतियां नहीं दोहराएंगे।
टीम अन्ना की अन्य सदस्य रहीं और बीजेपी की ओर से मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार किरण बेदी के बारे में उन्होंने कहा, मैं बेदी से भी कहना चाहूंगा कि हार-जीत खेल का हिस्सा है। देश और समाज के लिए वह जो भी अच्छे काम कर रही हैं, उन्हें जारी रखना चाहिए।
अन्ना ने कहा कहा कि यह बात अरविंद जानते हैं कि आंदोलन ही इस समाज को बदल सकता है। आंदोलन को भूलना नहीं चाहिए।
अरविंद के शपथ ग्रहण समारोह में जाने के सवाल पर अन्ना ने कहा कि मैं शपथ समारोह में दिल्ली जाकर क्या करूंगा। मैं राजनीति से दूर रहना चाहता हूं।
अपनी जीत से खुश केजरीवाल ने भी अन्ना से मिलने की इच्छा जताई है। उन्होंने अन्ना से फोन पर बात कर आशीर्वाद भी लिया। आप प्रमुख ने कहा है कि वह उनसे मिलने और उनका आशीर्वाद लेने जल्द ही जाएंगे। उन्होंने कहा है कि यह जीत बेहद खास है, लेकिन इस जीत के साथ मिलने वाली जिम्मेदारी भी बहुत बड़ी है।