पुलिस ने दावा किया है कि उसके पास आसाराम के खिलाफ नाबिलग लड़की का यौन उत्पीड़न करने के मामले में पर्याप्त सबूत है। 31 अगस्त को देर रात इंदौर से आसाराम की गिरफ्तारी हुई थी और 1 सितंबर को पुलिस उन्हें जोधपुर लेकर आई थी। आसाराम ने अपनी बीमारी के चलते कोर्ट में जमानत की अर्जी दी है। न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के बाद सोमवार को आसाराम ने जेल में पहली रात बिताई। जेल प्रशासन ने आसाराम को किसी तरह की वीआईपी सुविधा नहीं दी।
आसाराम रात जेल में करवटें बदलकर बीती। आसाराम ने सुबह का नाश्ता करने से मना कर दिया। पहले भी आसाराम यह आशंका जता चुके हैं कि जेल में उनके साथ साजिश हो सकती है। आसाराम बापू को आम कैदियों की सुविधाएं दी जा रही हैं। जेल के एक अधिकारी के मुताबिक़, आसाराम ठीक हैं, तथा उन्हें आम कैदियों की तरह ही रखा गया है।
जोधपुर सेंट्रल जेल के बाहर आसाराम के समर्थकों ने जमकर हंगामा किया। कल जब आसाराम को जब जेल में ले जाया जा रहा था, तो जेल के बाहर उनके समर्थक इकट्ठे होकर नारेबाजी करने लगे। देखते ही देखते आसाराम के समर्थकों का यह प्रदर्शन हिंसा में बदल गया तब पुलिस को उन्हें कन्ट्रोल करने के लिए लाठी चलानी पड़ी। इसी को ध्यान में रखते हुए आज जोधपुर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।