नाबालिग छात्रा से यौन उत्पीड़न मामले में फंसे आसाराम की न्यायिक हिरासत बढ़ा दी गई है। उन्हें 11 अक्टूबर तक जेल में रहना पड़ सकता है। आसाराम की पुलिस रिमांड आज ख़त्म हो रही है और आज उन्हें सेशन्स कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने आसाराम की न्यायिक हिरासत की अवधि और बढ़ा दी। यह हिरासत 11 अक्टूबर तक के लिए बढ़ा दी गई है।
इसी के साथ आसाराम के छिंदवाड़ा आश्रम की वार्डन शिल्पीब की भी रिमांड आज ही खत्मह हो रही है। गौरतलब है कि, शिल्पी ने 25 सितंबर को कोर्ट में जोधपुर की एक स्थानीय अदालत में आत्मसमर्पण किया था। मध्य प्रदेश में आसाराम के छिंदवाड़ा आश्रम की वॉर्डन शिल्पी ने कथित तौर पर एक नाबालिग लड़की को जोधपुर में आसाराम के पास भेजने के लिए साजिश रची थीए जो छिंदवाड़ा आश्रम की छात्रा थी।
गौरतलब है कि, इस मामले में आसाराम को 1 सितंबर को गिरफ्तार किया गया था। इसके कुछ दिनों बाद उनके सहयोगी शिवा को गिरफ्त में लिया गया। दो अन्य आरोपी छिंदवाड़ा गुरूकुल छात्रावास के प्रभारी शरद चंद्र और रसोइया प्रकाश ने 20 सितंबर को अदालत में आत्मसमर्पण किया था।
जोधपुर कोर्ट के सामने आसाराम समर्थकों हंगामा किया। आसाराम के भक्त पुलिस और प्रशासन का विरोध कर रहे थे। हंगामे की वजह से प्रशासन ने करीब 20 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है।
खबरों के मुताबिक़ जोधपुर में ही राजस्थान हाईकोर्ट में आज आसाराम की ज़मानत पर भी सुनवाई होगी। गौरतलब है कि, आसाराम की तरफ से मशहूर वकील राम जेठमलानी पैरवी कर रहे हैं।