कानपुर देहात। कानपुर के बर्रा इलाके में रहने वाले सरकारी डाक्टर सतीश चन्द्र (35) की कानपुर देहात के एक सरकारी गेस्ट हॉउस में लाश मिलने से गेस्ट हाउस में सनसनी फ़ैल गयी, हत्यारों ने डॉ का गला रेतने के साथ उनका प्राइवेट पार्ट भी काट डाले। हत्या की सूचना पर मौके में पहुंची पुलिस ने शव को पोस्ट मार्टम के लिए भेज कर परिजनों को सुचना दीए गेस्ट हॉउस पहुँचने और डॉ की लाश ना मिलने से नाराज़ परिजनों ने जम कर तोड़ फोड़ की और कानपुर, इटावा राज्य मार्ग (नेशनल हाईवे) पर जाम लगा दिया।
कानपुर के पडोसी जिले कानपुर देहात के अमरौधा में तैनात सरकारी डाक्टर सतीश चन्द्र कानपुर नगर के बर्रा इलाके में रहते थे। कल सतीश अपनी किसी महिला मित्र के साथ रनिया इलाके के सरकारी गेस्ट हॉउस पर्यटक आवास गृह में कमरा नंबर 101 में रुके थे। मैनेजर अनूप श्रीवास्तव की माने तो रविवार की दोपहर करीब ढाई बजे डॉ चंद्रा अपनी महिला मित्र के साथ गेस्ट हाउस आये थे, और रूम बुक करवाते समय उन्होंने होटल के रिसेप्सन पर बोल था कि उन्हें डिस्टर्ब ना किया जाए, जब उनको जरुरत होगी तब वो किसी को बुला लेंगे।
मगर शाम आठ बजे के करीब जब होटल का ही एक कर्मचारी गिरिस डॉ चंद्रा के रूम के पीछे किसी काम से गया तो डॉ के रूम के पीछे का दरवाजा खुला पाया, अन्दर डॉ की लाश बीएड पर खून से लथपथ पड़ी थी और डॉ का गुप्तांग भी कटा था। मैनेजर ने इसकी सूचना तत्काल पुलिस को दीए करीब रात नौ बजे मौके पर पंहुची पुलिस ने लाश का पंचनामा कर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज कर परिजनों को सूचना दी।
रात में परिजन रनिया पहुंचे और गेस्ट हॉउस में डॉ चंद्रा का लाश ना पाकर गेस्थाउस में जमकर तोड़ फोड़ कीए इतना ही नही कानपुर इटावा हाइवे पर जाम लगा दिया, करीब दो घंटे तक हाइवे पर जाम लगा रहा जिसके चलते सैकड़ो वाहन जहां के तहां खड़े रहे।
कानपुर देहात के डिप्टी एसपी कुलदीप सिंह की माने तो डॉ चंद्रा की हत्या किसी धार दार हतियार से गला रेतकर की गयी थी और उनके प्राइवेट पार्ट को कटा गया है, इसके अलावा खून से कमरे की दीवार पर लिखा था की मनुष्य जब भी प्रकृति से छेड़ छाड़ करता है प्रकृति स्वयं को संतुलित कर लेती है।
पुलिस इसे आशनाई के चलते हत्या और रंजीस का भी मामला मान रही है। डॉ चंद्रा के हत्या को लेकर पुलिस अब कई बिन्दुओ पर जांच कर रही है, मसलन डॉ के साथ वो महिला कौन थी। कर्मचारी रात के समय ही डॉ के कमरे के पीछे क्यों गया था। पर्यटक हाउस के रजिस्टर पर महिला का नाम डॉ चंद्रा के साथ क्यों नहीं लिखा गया।
होटल कर्मचारियो की माने तो डॉ अक्सर अलग अलग दो महिलाओं के साथ इस पर्यटन आवास में आते रहते थेए कभी दिन में तो कभी रात भर यही रुकते थे। फिलहाल पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है।