राष्ट्रपति ने पूर्व पीएम वाजपेयी को घर जाकर दिया ‘भारत रत्न’

नई दिल्ली:  राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को भारत रत्न से सम्मानित किया । वाजपेयी स्वास्थ्य को देखते हुए राष्ट्रपति उनके घर जाकर देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान उन्हें प्रदान किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अरुण जेटली, नितिन गडकरी और राजनाथ सिंह भी वाजपेयी के घर मौजूद रहे। 31 मार्च को महामना मदन मोहन मालवीय को भारत रत्न प्रदान किया जाएगा।

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने प्रोटोकोल को एक तरफ कर इन दिनों बीमार चल रहे वाजपेयी के कृष्ण मेनन मार्ग स्थित निवास पर खुद जाकर उन्हें इस पुरस्कार से नवाज़ा।  इस मौके पर वाजपेयी के कुछ नजदीकी संबंधी, उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे। राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी संक्षिप्त विज्ञप्ति में वाजपेयी को भारत रत्न से सम्मानित किए जाने की घोषणा की गई।

राष्ट्रपति द्वारा वाजपेयी को भारत रत्न से सम्मानित किए जाने के बाद पूर्व प्रधानमंत्री के निवास के लॉन में चाय पार्टी का आयोजन हुआ, जिसमें अन्य लोगों के अलावा कुछ केंद्रीय मंत्रियों और जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद सहित कुछ राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए।

वाजपेयी को उनके जन्मदिन से एक दिन पहले 24 दिसंबर को भारत रत्न देने संबंधी निर्णय का ऐलान किया गया था। वाजपेयी बीते साल 25 दिसंबर को 90 साल के हो गए हैं।

पूर्व प्रधानमंत्री के साथ ही प्रसिद्ध शिक्षाविद एवं स्वतंत्रता सेनानी महामना मदन मोहन मालवीय (मरणोपरांत) को भी भारत रत्न देने की घोषणा 24 दिसंबर को ही की गई थी। इत्तेफाक की बात है कि वाजपेयी और मालवीय दोनों का जन्मदिन 25 दिसंबर है। वाजपेयी का जन्म इस तारीख को 1924 में और मालवीय का जन्म 1861 को हुआ था। महामना का पुरस्कार 30 मार्च को राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में उनके परिजनों को दिया जाएगा।