नई दिल्ली : ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों और सीए के बीच नए करार को लेकर बीते कुछ समय से विवाद चल रहा है। खिलाड़ियों का सीए के साथ मौजूदा करार 30 जून को खत्म हो रहा है।
नई दिल्ली : क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) ने अपने खिलाड़ियों से वेतन और नए करार संबंधी विवाद के बीच एक और कड़ा फैसला लिया है। सीए ने खिलाड़ियों को चेतावनी दी है कि अगर खिलाड़ी बिना बोर्ड की मंजूरी के किसी टूर्नामेंट में खेलते हैं, तो वह उन पर छह महीने का प्रतिबंध लगा देगा।
सीए ने सभी राज्य, ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर संघ (एसीए) को एक पत्र लिखकर इस बात से अवगत कराया है। ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों और सीए के बीच नए करार को लेकर बीते कुछ समय से विवाद चल रहा है। खिलाड़ियों का सीए के साथ मौजूदा करार 30 जून को खत्म हो रहा है।
सीए ने खिलाड़ियों को नए करार के तहत वेतन का जो प्रस्ताव दिया है उससे खिलाड़ी खुश नहीं हैं। खिलाड़ियों की मांग है कि सीए उन्हें अपनी आय का भी हिस्सा दे, जबकि सीए ने खिलाड़ियों की इस मांग यह कहते हुए ठुकरा दी है कि ऐसा करने से उसके पास जमीनी स्तर पर खेल के विकास के लिए धनराशि नहीं बचेगी। विवाद के चलते टीम के उप कप्तान डेविड वार्नर ने कहा था कि अगर सीए खिलाड़ियों की मांग नहीं मानता है तो इसी साल होने वाली प्रतिष्ठित एशेज सीरीज के लिए उसके पास टीम नहीं बचेगी।
क्रिकइंफो के मुताबिक, सीए के टीम परफॉर्मेस मैनेजर पैट हावर्ड ने करार खत्म होने के बाद अनुबंध में शामिल और गैर शामिल खिलाड़ियों को चेतावनी दी है। हालांकि, इसमें महिला टीम शामिल नहीं है जो इस समय इंग्लैंड में विश्व कप खेल रही है। हावर्ड ने अपने मेल में लिखा है कि अगर खिलाड़ी राष्ट्रीय बोर्ड के बैनर तले टूर्नामेंट के अलावा किसी और टूर्नामेंट में हिस्सा लेते हैं तो सीए उन पर कम से कम छह महीनों का प्रतिबंध लगा सकता है।