कृष्णा नगर के गुस्साए लोगो का कहना है कि सविंधान को लिखने वाले और क़ानून बनाने वाले बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर जो एक महापुरुष थे, उनके साथ की गयी ये हरकत मानवता को शर्मसार करती है, और इसे दलित समाज किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा।
वहा के स्थानीय निवासी ओमप्रकाश का आरोप है कि ये पहली घटना नहीं, इसके पहले भी बाबा साहब को चप्पल और जूतों की माला पहनाई जा चुकीए जिसकी शिकायत थाने पर की गयी थी, और पुलिस ने कार्यवाही करने का भरोसा दिया था, मगर हुआ कुछ नहीं, उसी का नतीजा है कि अपराधी प्रवृति के लोगो के हौसले बढ़ गए है, और इसकी जिम्मेदार है निरंकुश हो चुकी पुलिस।
गुस्साए लोगो ने कानपुर प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की, लोगो की मांग है कि जबतक इस घटना को अंजाम देने वाला पकड़ा नहीं जाएगा तबतक बाबा साहेब के गले से चप्पल की माला नहीं उतेरेगी। उधर पुलिस के आलाधिकारी लोगो को समझाने की कोशिस कर रहे है, मगर लोग मानने के लिए तैयार नहीं है।