विवादों में घिरी ट्रेनी IAS पूजा खेडकर को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. UPSC की जांच से पता चला है कि पूजा खेडकर ने फर्जी पहचान का इस्तेमाल किया. उन्होंने अपना नाम, अपने माता-पिता का नाम, अपनी फोटो, हस्ताक्षर, ईमेल आईडी, मोबाइल नंबर और पता बदलकर फर्जी पहचान का उपयोग करके परीक्षा दी थी.
महाराष्ट्र कैडर की ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर पर अब UPSC ने FIR दर्ज करा दी है. बता दें कि पुणे कलेक्टर कार्यालय में प्रोबेशनरी IAS के तौर पर कार्यरत पूजा खेडकर पर एक के बाद एक विवाद सामने आते जा रहे हैं. जैसे जैसे उनको लेकर विवाद आते जा रहे हैं, वैसे वैसे ही उन पर शिकंजा कसता चला जा रहा है. पहले उनका तबादला पुणे से वाशिम जिले में किया गया उसके बाद उनकी ट्रेनिंग रद्द कर दी गई. अब यूपीएससी ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. जिसके बाद अब सवाल यह उठ रहा है कि आखिर पूजा खेडकर का अब क्या होगा? क्या उनको आईएएस के पद से बर्खास्त भी किया जा सकता है?
भविष्य में भी नहीं दे पाएंगी परीक्षा
संघ लोक सेवा आयोग UPSC ने पूजा खेडकर मामले पर एक रिलीज जारी किया, जिसमें कहा गया कि सभी तथ्यों की जांच पड़ताल की गई. उनकी ओर से किए गए फर्जीवाडे को लेकर यूपीएससी काफी सख्त कार्रवाई करने जा रहा है और पूजा खेडकर के खिलाफ पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई जा रही है. इसके अलावा UPSC की ओर से पूजा खेडकर को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है जिसमें उनसे जवाब मांगा गया है. यूपीएससी ने नोटिस में यह भी पूछा है कि क्यों न आपकी उम्मीदवारी रद्द कर दी जाए? UPSC की इस नोटिस में पूजा खेडकर को भविष्य में होने वाली परीक्षाओं से भी डिबार यानि वंचित करने की बात कही गई है. यानि पूजा खेडकर भविष्य में भी किसी परीक्षा में हिस्सा नहीं दे पाएंगी.
मंडरा रहा है बर्खास्तगी का खतरा?
UPSC की सख्ती के बाद पूजा खेडकर पर IAS के पद से बर्खास्तगी का खतरा मंडराने लगा है. दरअसल, यूपीएससी ने पूजा को जो नोटिस जारी किया है. उसमें यह सवाल पूछा है कि क्यों न आपकी UPSC की उम्मीदवारी रद्द कर दी जाए. इस सवाल के कई मायने हैं अगर पूजा संतोषजनक जवाब देने में असफल रहती हैं, तो उनकी उम्मीदवारी रद्द हो सकती है और UPSC से उम्मीदवारी रद्द होने का मतलब है कि IAS के पद से बर्खास्तगी. ऐसे में अब यह कयास लगाया जा रहा है कि UPSC पूजा खेडकर को आईएएस के पद से बर्खास्त भी कर सकता है, हालांकि अभी इस पर कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी.