पंजाबी सिंगर और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moose Wala) की हत्या के एक साल बाद बड़ा खुलासा हुआ है और हत्याकांड में पाकिस्तानी कनेक्शन सामने आया है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के अनुसार, दुबई स्थित पाकिस्तानी हथियार आपूर्तिकर्ता ने पिछले साल सिद्धू मूसेवाला की हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियारों की आपूर्ति की थी. हथियार सप्लाई करने वाले की पहचान हामिद के रूप में की गई है. हामिद ने सिद्धू मूसेवाला की हत्या से पहले दुबई में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह (Lawrence Bishnoi Gang) के बुलंदशहर स्थित एक आर्म्स डीलर (Arms Dealer) से भी मुलाकात की थी.
आर्म डीलर ने दुबई का किया था दौरा
जांच से पता चला है कि एक आर्म डीलर को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) द्वारा 8 दिसंबर 2022 को बुलंदशहर से गिरफ्तार किया गया था, जिसने कई बार दुबई का दौरा किया और इन यात्राओं के दौरान वह एक फैजी खान के संपर्क में आया, जो एक पाकिस्तानी नागरिक है और दुबई में हवाला ऑपरेटर के रूप में काम करता है.
फैजी खान ने कराई थी हामिद से मुलाकात
फैजी खान ने बुलंदशहर के आर्म्स डीलर को एक हामिद से मिलवाया, जो एक पाकिस्तानी नागरिक और हथियार तस्कर भी है. ऐसी ही एक बैठक के दौरान, अंसारी और हामिद ने हथियारों की तस्करी के कारोबार और भारत में हथियारों और गोला-बारूद की खेप की आपूर्ति के बारे में चर्चा की.
29 मई 2022 को हुई थी सिद्धू मुसेवाला की हत्या
बता दें कि पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moose Wala) की पंजाब के मानसा के जवाहरके गांव में गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई है, जब वो बिना सुरक्षा के अपने कुछ दोस्तों के साथ थार में सवार होकर कहीं जा रहे थे. जब उनकी गाड़ी मनसा पहुंची, तब छह हमलावरों ने घेरकर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी और मुसेवाला को मौत के घाट उतार दिया. बाद में इस हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के सदस्य गोल्डी बराड़ ने ली थी. मुसेवाला की हत्या मामले में शामिल अब चार शूटर गिरफ्तार किए जा चुके हैं, जबकि दो एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं.