बिहार चुनाव, खुद 160 सीटों पर चुनाव लड़ेगी BJP

नई दिल्ली : बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर राष्ट्री य जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में सीट बंटवारे पर सोमवार को अंतिम मुहर लगी। भाजपा अध्यटक्ष अमित शाह ने आज एनडीए में सहमति बनने के बाद सीट बंटवारे की घोषणा की। इसके अनुसार, भाजपा 160 सीटों पर, रामविलास पासवान की पार्टी एलजेपी 40, आरएलएसपी 23 सीटों पर और जीतनराम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा-सेकुलर (हम) 20 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। हम (HAM) के कुछ उम्मीलदवार भाजपा के चुनाव चिन्हा पर चुनाव लड़ेंगे। इस तरह बिहार में 243 सीटों के लिए एनडीए की तस्वीीर साफ हो गई।

हालांकि शाह ने कहा कि गठबंधन में कहीं कोई खींचतान नहीं है। यह घोषणा आम सहमति से ही की गई है। उन्होंने ने कहा कि NDA बिहार में मिशन 185 पूरा करेगी।

अमित शाह ने प्रेस क्रॉन्फ्रेंस में कहा कि बिहार में दो तिहाई बहुमत एनडीए को मिलेगा। सीटों के बंटवारे का फैसला हमने एकजुट होकर लिया है। उन्होंने कहा, ‘उनकी पार्टी के निशान पर मांझी जी की पार्टी के कुछ कैंडिडेट चुनाव लड़ेंगे। यह कितने सीटों पर होगा, यह मांझी तय करेंगे।’

अमित‍ शाह ने कहा कि हमने मिलकर सीट बंटवारे पर फैसला किया है। चारों पार्टियों ने मिलकर फैसला किया है। दूसरे राज्यों की तरह बिहार में भी एनडीए को जीत मिलेगी। केंद्र सरकार बिहार के विकास के लिए कटिबद्ध है। हम आज एक मंच से अपील करते हैं कि बिहार की जनता हमें एक मौका दे ताकि बिहार के विकास को आगे बढ़ाया जा सके।

अमित शाह ने कहा कि बिहार में हमें दो-तिहाई बहुमत मिलेगा। मोदी जी के नेतृत्वस में हमें बहुमत मिलेगा। पीएम के मार्गदर्शन में हम चुनाव लड़ेंगे। उन्होंकने कहा कि बिहार में महागठबंधन बिखर चुका है, इसके मुखिया (मुलायम सिंह यादव) ही अलग हो चुके हैं। जंगलराज के साथ विकास कभी हो नहीं सकता है। नीतीश राज में अब जंगलराज है। बिहार में अपराध बढ़ा है और विकास रुका है। नीतीश आंकड़ों की बाजीगरी कर रहे हैं। पीएम ने बिहार को अतिरिक्तज सहायता दी है और एनडीए गठबंधन बिहार के विकास के लिए है।

विपक्ष का पलटवार
वहीँ जेडीयू महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि हमारे यहां मांझी के पास 140 विधायक थे। वहां लड़ने के लिए मात्र 20 सीटें हैं। ये महादलित का महाअपमान है।