जदयू के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 20 साल बाद राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के साथ एक मंच पर दिखाई दिए। वे बिहार विधानसभा की दस सीटों के लिए आगामी 21 अगस्त को होने वाले उपचुनाव के लिए प्रचार कर रहे हैं।
बिहार के पूर्व सीएम नीतीश कुमार ने हाजीपुर में कहा कि कुछ लोगों पर सत्ता1 का नशा चढ़ गया है और उसे उतारने के लिए हम लोग साथ आएं हैं। नीतीश ने कहा कि देश किस तरह चल रहा है आप सब देख रहे हैं। प्रचार किया गया कि अच्छेआ दिन आने वाले हैं और आप सबके सामने हैं कि आखिर कैसे अच्छेे दिन आ गए है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए नीतीश ने कहा कि अफवाहें फैलाकर वोट बटोरे गए हैं।
नीतीश कुमार ने कहा कि वक्तत की पुकार है, इसलिए हम लोग एकजुट हो गए हैं। इस समय पूरे देश का भगवाकरण करने की कोशिश की जा रही है। समाज को धर्म के नाम पर बांटा जा रहा है। हम सभी मिलकर बीजेपी के इरादों को असफल करेंगे। नीतीश ने कहा कि दिल्लीा में इस समय उनकी सरकार है, जिनके पुरखे जेल नहीं गए।
खुद को और नीतीश कुमार को एक ही परिवार का बताते हुए लालू यादव ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्हों ने कहा कि इस समय देश गलत हाथों में चला गया है। मोदी के शपथ लेते ही देश में अशुभ हो गया है। मोदी जहां-जहां गए, वहां-वहां अशुभ हुआ। मोदी के नेपाल जाते ही वहां भी अशुभ हो गया। चट्टानें गिरनी लगीं। उन्हों ने कहा कि देश के नौजवानों को सब्जसबाग दिखाए जा रहे हैं। मोदी के वादों पर तंज कसते हुए लालू ने कहा कि यदि आप पूरे भारत का बजट भी झोंक देंगे तो भी यहां शंघाई जैसा कुछ भी नहीं बन सकता।
कमंडल के खिलाफ मंडल का नारा देते हुए लालू यादव ने कहा कि मोदी का महंगाई और भ्रष्टा चार खत्म करने का वादा पूरी तरह से बकवास साबित हुआ। बीजेपी का सफाया करने के लिए लालू यादव ने बसपा सप्रीमो मायावती और सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव से हाथ मिलाने की अपील की।
दो बड़े दिग्गिजों नीतीश कुमार और लालू यादव की हाजीपुर सभा में जैसी उम्मीूद की जा रही थी, वैसी भीड़ नहीं जुटी। बताया जाता है कि बिहार के इन दोनों दिग्गबजों को सुनने के लिए तकरीबन 2500 लोग ही जमा हुए। कुल मिलाकर राजनैतिक विश्लेूषक बीस साल बाद इनके मिलन पर आयोजित शो को फ्लॉप बता रहे हैं पर उनका यह भी कहना है कि लोगों के न जुटने का असर इन पर नहीं हुआ। और ये दोनों नेता अपने तरकश से एक एक तीर धमक के साथ निकालते रहे।
गौरतलब है कि एक दौर में लालू और नीतीश ने एक दूसरे के खिलाफ जमकर राजनीति की थी लेकिन बीजेपी के लिए अब इनको एक दूसरे के लिए मीठा बनना पड़ा। जदयू, आरजेडी और कांग्रेस तीनों मिलकर बिहार में बीजेपी के खिलाफ खड़े गए हो हैं। जिन दस सीटों पर उपचुनाव होने हैं, उनमें 4 आरजेडी, 4 जदयू और 2 सीटों से कांग्रेस चुनाव लड़ेगी।
उपचुनाव होने वाली 10 सीटों में से 6 बीजेपी विधायकों की ओर से खाली की गई है, जबकि 2 जदयू की सीटें हैं। एक सीट कांग्रेस और एक निर्दलीय की है। भागलपुर, बांका, छपरा, हाजीपुर, मोहनियां, नरकटियागंज, जाले, परबत्ता, मोइद्दीनगर और राजनगर में 21 अगस्त को वोटिंग होंगी।