abhishek

पान की दुकान चलाने वाले के बेटे ने किया स्टेट टॉप

 

प्रतिभा किसी सुविधा या परिचय का मोहताज नहीं होता अक्सर किचड़ में ही कमल खिलते हैं यह साबित कर दिखाया आरा के अभिषेक ने जो एक निम्न वर्गीय परिवार से है, और लालटेन की रौशनी में पढ़ाई कर बिहार बोर्ड में स्टेट टॉप कर अपने पान व खैनी बेचने वाले पिता का मान बढ़ाया व साथ ही यह साबित कर दिखाया कि केवल बड़े शहरों में रहकर या बिजली कि चकाचैंध व बडे़ स्कूलों में पढ़ने से ही कोई प्रतिभावान नहीं हो सकता अपितु लगन और मेंहनत के बल पर कुछ भी हासील करना मुमकीन है।

आभावो के बीच रहकर जगदीशपुर ब्लॉक के दुल्हीनगंज बाजार में एक छोटी पान खैनी कि दुकान करने वाले सुरेश प्रसाद के पुत्र अभिषेक ने 91.6 प्रतिशत अंक ला कर एचएनके हाई स्कूल आरा का ही न केवल मान बढ़ाया बल्कि अपने गाँव असनी का भी मान बढ़ाया है अभिषेक ने अपनी सफलता का श्रेय पिता को बताया उसने बताया कि पिता की माली हालत ने ही उसे प्रेरीत कर आगे बढाया।

घर का काम व पिता के न रहने पर दुकान चला कर व आभाव से बिना डरे जितना मिला उसी में खुश रह अपने लक्ष्य पर नजर जमाये रहा रात को जग कर सेल्फ स्टडी किया और प्रतिदीन 8 किलोमिटर साईकिल चला पढाई करने जाता रहा।