किरण बेदी के दिल्ली में CM पद की उम्मीदवार होने के मिले संकेत , शिरोमणी अकाली दल भी हुई किरण बेदी की मुरीद

नई दिल्ली : देश की पहली महिला आईपीएस अधिकारी और टीम अन्ना की पूर्व सदस्य किरण बेदी दिल्ली में बीजेपी की मुख्यमंत्री उम्मीदवार हो सकती हैं। सूत्र बता रहे हैं कि दिल्ली चुनाव समिति की बैठक और आरएसएस की मुहर के बाद 19 जनवरी को पार्टी उन्हें मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित कर सकती है। इसी दिन बीजेपी अपने सभी उम्मीदवारों के नाम का ऐलान भी कर सकती है।

दरअसल किरण बेदी और दिल्ली बीजेपी के नेताओं के हालिया बयानों से भी उनकी सीएम उम्मीदवारी के संकेत मिल रहे हैं। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने भी शुक्रवार सुबह कहा कि दिल्ली चुनाव में किरण बेदी की बड़ी भूमिका होगी और अरविंद केजरीवाल अब ऑटो पर उनका पोस्टर लगा सकते हैं। याद रहे कि केजरीवाल ने ऑटो पर अपना और बीजेपी नेता जगदीश मुखी का पोस्टर लगाकर लोगों से पूछा था कि वह किसे मुख्यमंत्री चुनना चाहेंगे। पहले जगदीश मुखी के मुख्यमंत्री उम्मीदवार होने की अटकलें थीं।

गौरतलब है कि गुरुवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली की मौजूदगी में किरण बेदी बीजेपी में शामिल हो गई थीं। उनकी संभावित भूमिका पर बात करते हुए सतीश उपाध्याय ने कहा,दिल्ली में उनका प्रोफाइल और अनुभव बड़ा है। इसलिए उनकी भूमिका बड़ी होगा। अब केजरीवाल लगाएं ऑटो के पीछे किरण बेदी का पोस्टर।

किरण बेदी की एंट्री के बाद बीजेपी नेता अपनी ‘कथित’ कलह से किनारा करते नजर आ रहे हैं। सतीश उपाध्याय ने भी सफाई में कहा कि उन्हें किरण बेदी से कोई ईर्ष्या नहीं है और उनके आने से टीम मजबूत हुई है। इससे पहले गुरुवार को बीजेपी नेता विजय गोयल ने भी ट्वीट करके भरोसा जताया था कि उनके ‘प्रेरक नेतृत्व’ में बीजेपी जीतेगी और दिल्ली का विकास होगा।

वहीँ दूसरी और किरण बेदी के भाजपा में शामिल होने पर समाजसेवी अन्ना हजारे ने कहा कि बेदी ने फैसला लेने से पहले उनसे बात नहीं की। उन्होंने कहा कि लोकपाल आंदोलन के बाद से बेदी से संपर्क नहीं है। वहीं आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास ने बेदी को इशारों-इशारों में ‘जयचंद’ ठहरा दिया। इस पर बेदी ने पलटवार करते हुए कहा कि कुमार विश्वास अपनी कविता करें।

कुमार विश्वास ने बेदी पर कविता के माध्यम से हमला किया। उन्होंने ट्वीट किया, युद्धों में कभी नहीं हारे हम डरते हैं छल-छंदों से, हर बार पराजय पाई है अपने घर के जयचंदों से।’ मालूम हो कि राजा पृथ्वीराज चौहान के साथ धोखा करने वाले राजा जयचंद के नाम का इस्तेमाल गद्दारों के लिए जुमले के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। विश्वास ने यह भी लिखा,अन्ना की आंदोलनधर्मिता को लुंज लोकपाल दिखा कर ध्वस्त करा देने वाले जनरल (रिटायर्ड) वीके सिंह के बाद अब किरण बेदी जी का स्वागत।

उधर किरण बेदी के बीजेपी में शामिल होने के मुरीद सिर्फ बीजेपी में ही नहीं हैं, बल्कि बीजेपी की सहयोगी पार्टी शिरोमणि अकाली दल बादल दिल्ली प्रदेश भी किरण बेदी की प्रसंसक हैं। गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी के अध्यक्ष और शिरोमणि अकाली बाद बादल दिल्ली के अध्यक्ष मंजीत सिंह जी.के. ने भी बीजेपी के इस फैसले का स्वागत किया है।

उन्होंने कहा कि उनकी छवि बहुत ईमानदार महिना की रही है उन्होंने काम को प्राथमिकता दी है और उनके आने से संगठन को मजबूती मिलेगी। उन्होंने ये भी कहा कि बीजेपी उन्हें दिल्ली में किस सीट से चुनाव लड़ाएगी ये उसका अपना निर्णय होगा।