इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शाह को मिठाई खिलाकर बधाई दी।
बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने अमित शाह को बधाई देते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में पार्टी को यूपी में असाधारण सफलता मिली। उनमें गजब की काल्पनिक क्षमता है और वे मैनेजमेंट के महारथी है। लोकसभा चुनाव में मिली सफलता के पीछे अमित शाह का बड़ा हाथ है। उन्होंने कहा कि बीजेपी दल की बैठक में सर्वसम्मति से अमित शाह के नाम पर मुहर लगी। अमित शाह के बीजेपी अध्यक्ष बनते ही दिल्ली से लेकर गुजरात तक बीजेपी मुख्यालयों में जश्न शुरू हो गया।
राजनाथ ने कहा कि अमित शाह को यह पद उनके ‘संगठनात्मक और प्रबंधन कौशल’ को देखते हुए दिया गया है, जो उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के दौरान देखा गया। 1997 में पहली बार गुजरात विधानसभा पहुंचे अमित शाह को क्रिकेट खेलने, पढ़ने और समाज सेवा करने का शौक है। अमित शाह ने लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश का चुनाव प्रभारी रहते हुए बीजेपी को राज्य की 80 में से 71 सीटें दिलवाईं। संगठन के काम और चुनावी प्रबंधन में माहिर गुजरात के पूर्व गृहमंत्री अमित शाह के साथ कई आरोप भी जुड़े रहे।
इशरत मामले में भले उन्हें अदालत से राहत मिल गई है, लेकिन सोहराबुद्दीन और तुलसीराम प्रजापति की फर्जी मुठभेड़ और हत्या के मामलों में वह अब भी आरोपों से घिरे हैं। कुछ राज्यों में इसी साल होने वाले विधानसभा चुनाव उनके लिए पहली परीक्षा होगी। सबसे पहले 28 मई को एनडीटीवी इंडिया ने यह खबर दिखाई थी कि अमित शाह को बीजेपी अध्यक्ष बनाया जाएगा।