नई दिल्ली : महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनावों में निश्चित रूप से बीजेपी से अधिक लाभ किसी पार्टी को नहीं हुआ है। दो राज्यों के विधानसभा चुनावों में बीजेपी के लिए अच्छे नतीजे आए हैं और दोनों राज्यों में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। हालांकि हरियाणा में बीजेपी सरकार बनाती दिख रही है, लेकिन महाराष्ट्र में ज्यादा सीटें मिलने पर भी बीजेपी अकेले अपने दम पर सरकार नहीं बना पाएगी।
288 सीटों वाले महाराष्ट्र में बीजेपी+ को 121, शिवसेना को 57, कांग्रेस को 42, एनसीपी को 44 और एमएनएस को 1 सीटें मिलती दिख रही हैं। महाराष्ट्र में कोई भी पार्टी अपने दम पर सरकार नहीं बना पाएगी। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि सबसे ज्यादा सीटें जीत रही बीजेपी शिवसेना का सहारा लेगी या फिर एनसीपी का। सूत्रों के मुताबिक बीजेपी ने शिवसेना और एनसीपी से बातचीत शुरू कर दी है।
चुनावों से पहले बीजेपी और शिवसेना का एक दूसरे पर ज्यादा हमला न करना भी इस बात का संकेत था कि जरूरत पड़ने पर बाद में दोनों पार्टियां मिल सकती हैं। शिवसेना के नेता संजय राउत ने कहा है कि अभी शिवसेना ने बीजेपी को समर्थन पर कोई फैसला नहीं लिया है। एनसीपी महाराष्ट्र में सरकार को बाहर से समर्थन दे सकती है। बीजेपी नेता जेपी नड्डा ने कहा है कि आज शाम 6 बजे होने वाली बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक में गठबंधन को लेकर चर्चा होगी।
हरियाणा की कुल 90 सीटों में बीजेपी बहुमत के लिए जरूरी सीटों के पास पहुंच रही है। रुझानों में हरियाणा में बीजेपी को 48, आईएनएलडी को 18, कांग्रेस को 15, एचजेसी+ को 2 और अन्य को 7 सीटें मिलती दिख रही हैं।
दोनों जगहों पर 15 अक्टूबर को वोटिंग हुई थी। दोनों राज्यों के नतीजे लोकसभा चुनाव के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता का पहला बड़ा टेस्ट माना जा रहा है।
हरियाणा में अब तक की सबसे ज्यादा 76.54 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। जबकि महाराष्ट्र में 63.13 प्रतिशत लोगों ने मतदान किया था। एग्जिट पोल्स में दोनों ही राज्यों में बीजेपी के सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरने की संभावना जताई गई थी। हालांकि इसमें बीजेपी को अकेले बहुमत न मिल पाने की बात कही गई थी।
इस बीच, बीजेपी सूत्रों के हवाले से खबर है कि महाराष्ट्र में बीजेपी सरकार बनाने को तैयार है। बीजेपी का कहना है कि वह शिवसेना की प्रतिक्रिया का इंतजार कर रही है। साथ ही बीजेपी ने यह भी कह दिया है कि वह एनसीपी से गठबंधन को आखिरी विकल्प के तौर पर देख रही है। इस बीच, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा है कि उनकी पार्टी महाराष्ट्र का विकास करने वाले दल को अपना समर्थन दे सकती है। सूत्रों के मुताबिक बीजेपी नेता देवेंद्र फडनवीस को शिवसेना मुख्यमंत्री के रूप में स्वीकार नहीं करेगी और वह पंकजा मुंडे को सीएम बनाना पसंद करेगी।
उल्लेखनीय है कि तमाम एग्ज़िट पोलों में भी दोनों ही राज्यों में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरने का अनुमान लगाया गया था। महाराष्ट्र और हरियाणा दोनों जगह बीजेपी ने अपने पुराने सहयोगियों को छोड़कर अकेले चुनाव लड़ा था और दोनों ही राज्यों में बीजेपी ने मुख्यमंत्री पद का कोई उम्मीदवार नहीं घोषित किया था, इसलिए दोनों ही राज्यों में नरेंद्र मोदी ही पार्टी के चेहरे बने रहे।