जम्मू में पाकिस्तान ने बीएसएफ की 63 चौकियों को बनाया निशाना, कई घायल

जम्मू: जम्मू के अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर पर पाकिस्तान की ओर से भारतीय चौकियों पर रातभर भारी गोलाबारी होती रही। बीएसएफ की करीब 63 चौकियों को निशाना बनाया गया है।

पाकिस्तानी सेना का एलओसी और जम्मू-कश्मीर की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सीजफायर का उल्लंघन जारी है। मंगलवार रात भारतीय सेना ने पाकिस्तानी गोलीबारी का जमकर जवाब दिया। दोनों तरफ से अब तक सबसे ज्यादा मरने वालों में आम नागरिक हैं। इसी बीच, सीमा से सटे गांवों में पलायन शुरू हो गया है। हजारों की तादाद में लोग अपने घरबार छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं
पाकिस्तान ने बीएसएफ (बॉर्डर सिक्युरिटी फोर्स) की 63 चौकियों और उसके आसपास के गांवों को पूरी रात निशाना बनाया।

वहीं, आसपास के 25 इलाकों में भी मोर्टार से हमले किए गए, जिनमें एक जेसीओ सहित 12 लोग घायल हो गए। खुफिया एजेंसियां पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट पर नजर रखी हुई हैं। इसमें बताया जा रहा है कि सियालकोट सेक्टर में बीएफएफ की फायरिंग में 15 पाकिस्तानी नागरिक मारे गए हैं। हालांकि, भारत की ओर से अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। सोमवार को अरनिया क्षेत्र में पांच लोग मारे गए, जबकि 34 अन्य घायल हो गए।

बीएफएफ ने करीब 1000 से 1200 गोले फायर कर पाक सेना का काफी नुकसान किया है। स्थिति को देखते हुए रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने मंगलवार को तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ बैठक कर हालात की समीक्षा की है।

बीएसएफ प्रवक्ता विनोद यादव के मुताबिक, पाकिस्तान रेंजर्स ने सोमवार रात नौ बजे से फायरिंग शुरू कर दी थी। एक मोर्टार शैल अरनिया पुलिस थाना परिसर की दीवार के पास गिरा था। जिला प्रशासन ने सीमावर्ती इलाकों से रातोंरात 1,500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।

इस बीच, सीजफायर उल्लंघन पर भारत ने कड़ा रुख अपनाते हुए पाकिस्तान के साथ फ्लैग मीटिंग से इनकार कर दिया है। सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान की तरफ से फायरिंग रुकने तक बीएसएफ से फ्लैग मीटिंग ना करने को कहा गया है। गृह मंत्रालय ने पहले बीएसएफ को फ्लैग मीटिंग का निर्देश दिया था, लेकिन, अब भारत पाकिस्तान के पहल का इंतजार करेगा।