नई दिल्ली: दिल्ली कैब रेप केस में आरोपी ड्राइवर को तीस हजारी कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। इससे पहले आरोपी ड्राइवर शिवकुमार यादव ने पुलिस के सामने अपना जुर्म कबूला है।
दरअसल अब यह रेप का मामला अब सिर्फ रेप का मामला न रहकर सियासी मामला बन गया है सोमवार सुबह आम आदमी पार्टी और NSUI ने मामले को लेकर गृह मंत्री राजनाथ सिंह के घर के बाहर प्रदर्शन किया। लोकसभा में गृह मंत्री ने बयान देते हुए कहा कि पुलिस ने मामले में केस दर्ज कर फौरन कार्रवाई की, वहीं विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। इस बीच दिल्ली सरकार ने उबर टैक्सी सेवा पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। इसी कंपनी की कैब में युवती के साथ रेप की घटना हुई थी।
वारदात में इस्तेमाल की गई उबर कैब की कार में ना तो जीपीएस लगा था और ना ही कैब ड्राइवर का पुलिस वेरिफिकेशन ही कराया गया था। दिल्ली पुलिस के मुताबिक, आरोपी कैब ड्राइवर शिव कुमार यादव के पास कोई बैज भी नहीं था। इसके अलावा कैब कंपनी की कुछ और लापरवाहियां भी सामने आईं हैं। पुलिस ने मामले में सोमवार को कंपनी के अधिकारियों से पूछताछ की। जबकि दिल्ली सरकार ने तत्काल प्रभाव से प्रदेश में कंपनी की कैब सर्विस पर रोक लगा दी।
इसी के साथ अब उबर टैक्सी सर्विस केस में पुलिस की लापरवाही का सवाल बड़ा हो गया है, क्योंकि इस टैक्सी सर्विस में एक लड़की से बलात्कार करने के आरोपी ड्राइवर शिव कुमार यादव को दिल्ली पुलिस ने इसी साल चरित्र का प्रमाण पत्र दिया था।
युवक के चरित्र प्रमाण पत्र के मुताबिक, यह दिल्ली के देवली रोड इलाके में रहता था, जबकि बताया जा रहा है कि शिव कुमार यादव नाम के इस ड्राइवर को पहले भी बलात्कार के आरोप में पकड़ा गया था। शिवकुमार यादव पर 2011 में भी रेप का मामला दर्ज हुआ था। दक्षिणी दिल्ली के महरौली थाने में मामला दर्ज किया गया था और इस मामले में वह सात महीने तक तिहाड़ जेल में भी रहा। यह भी बताया जा रहा है कि उस समय भी शिवकुमार यादव पर टैक्सी में बैठी महिला के साथ बलात्कार का आरोप लगा था।
गौरतलब है कि लड़की शुक्रवार रात करीब 10.58 बजे उसने उबर कैब ली। कार में बैठने के कुछ ही देर बाद उसे नींद आ गई। 15 मिनट बाद उसने पाया कि ड्राइवर कार को किसी सुनसान जगह ले आया है। उसके बाद ड्राइवर ने पहले लड़की की पिटाई की और फिर बलात्कार किया। घटना के बाद ड्राइवर ने लड़की को जान से मारने की धमकी दी और उसके घर छोड़ आया। जाते−जाते लड़की ने कार की फोटो खींच ली। रात करीब 1 बजे लड़की ने पुलिस को मामले की जानकारी दी।
इस मामले में गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में बयान दिया है। गृह मंत्री ने कहा कि उनकी सरकार इस घटना की घोर निंदा करती है और भरोसा दिलाती है कि पीड़ित लड़की को न्याय दिलाने का हरसंभव कोशिश करेगी।