नई दिल्ली : कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने छात्रों के समर्थन में इंडिया गेट पर धरना दिया। वह शाम चार बजे से छह बजे तक धरने पर बैठी रहीं। उनके साथ कांग्रेस के कई नेताओं ने भी धरना दिया।
वहीं, सुरक्षा के बाबत दिल्ली पुलिस ने जामिया मेट्रो स्टेशन पर यात्रियों की आवाजाही पर रोक लगी दी है। ऐसा सुरक्षा के मद्देनजर किया जा रहा है। वहीं, भीड़ की संख्या नहीं बढ़े, इसलिए पुलिस ने कई जगहों पर बैरिकेडिंग करने के साथ रूट डायवर्जन भी किया है। वहीं नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ दक्षिण दिल्ली इलाके में रविवार शाम से शुरू हुआ प्रदर्शन सोमवार को भी जारी है।
इस बीच ताजा मामले में प्रदर्शनकारियों पर समाजार एजेंसी के कैमरामैन और पत्रकार पर हमले का आरोप लगा है। इसमें दोनों घायल हुए हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है।
दिल्ली पुलिस के पीआरओ एमएस रंधावा ने सोमवार दोपहर पत्रकार वार्ता कर जामिया हिंसा को लेकर पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि जामिया हिंसा की जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दो गई है। साथ ही छात्रों से अपील की है कि वे किसी अफवाह पर ध्यान ने दें। क्राइम ब्रांच हर एंगल से मामले की जांच करेगी।
उन्होंने दावा किया कि जामिया हिंसा के दौरान मोर्चा संभालने वाले 30 पुलिस कर्मी घायल हैं और एक अस्पताल के आइसीयू में भर्ती है, जिसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। वहीं, एसएचो को गंभीर चोटें आई हैं। इस मामले में दो एफआइआर दर्ज की गई है।
वहीं, सोमवार को भी जामिया के बाहर छात्रों के साथ स्थानीय लोग भी प्रदर्शन में शामिल हैं। वहीं, दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में भी बड़ी संख्या में लोग जमा हैं। वहीं, दिल्ली पुलिस के ज्वाइंट कमिश्नर देवेश श्रीवास्तव, डीसीपी चिन्मय बिस्वाल सहित आला अधिकारियों ने जामिया और शाहीन बाग के लोगों के साथ न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी थाने में अमन कमेटी के साथ मीटिंग की और समझाया कि हिंसक प्रदर्शन नहीं हो। प्रदर्शन को रोकने के लिये हाई लेवल स्ट्रेटेजी तैयार की जा रही है।