वीजा नियमों को लेकर कनाडा की सरकार काफी बदलाव कर रही है. पहले कई तरह के वीजा जारी करने पर सख्ती बरती गई थी, लेकिन अब जस्टिन ट्रूडो की सरकार की तरफ से अच्छी खबर आ रही है, जिसका लाभ भारतीय लोग भी उठा सकते हैं. दरअसल, कनाडा ने यूएस H-1B वीजा धारकों को वर्क परमिट देने के नियमों में छूट का ऐलान कर दिया है. ओपन वर्क परमिट किसी विदेशी नागरिक को एक निश्चित अवधि के लिए दूसरे देश में काम करने की अनुमति देता है.
बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट कहती है कि भारतीय लोगों में भी H-1B वीजा धारकों का एक बड़ा हिस्सा हैं. ऐसे में कनाडा की तरफ से यह छूट उनके लिए भी राहत की खबर है. H-1B वीजा अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए अमेरिका में एंट्री का एक बड़ा जरिया है, जो उन्हें पढ़ाई के साथ कंपनी के लिए काम करने की अनुमति देता है, अब कनाडा में छूट मिलने से इसका फायदा उठाया जा सकेगा. कैरियर मोजेक के संस्थापक अभिजीत जावेरी का कहना है कि H-1B वीजा धारकों के लिए कनाडा की नई वर्क परमिट नीति की शुरुआत से कनाडा में भारतीय छात्रों और पेशेवरों के बढ़ने संभावना है. इस बदलाव से कनाडा में अनुभवी प्रतिभाओं की वृद्धि होगी, जिससे तकनीक, स्वास्थ्य सेवा और इंजीनियरिंग स्पेस में काफी काम होगा.
इस तरह लाभ उठा सकेंगे भारतीय लोग
अभिजीत जावेरी का मानना है कि अमेरिका में वार्षिक H-1B वीजा की ज्यादा मांग के चलते कई कुशल कर्मचारी में अनिश्चित्ता में रहते हैं. इसे देखते हुए कनाडा की नई नीति एक बढ़िया रास्ता है, जो अमेरिका में अनिश्चितताओं का सामना करने वालों के लिए एक स्थिर विकल्प प्रदान करता है. हालांकि, कनाडा में ओपन वर्क परमिट के लिए H-1B वीजा धारकों को कई चीजों को पूरा करना होगा. आवेदन के लिए वैध H-1B स्पेशलिटी ऑक्यूपेशन वीजा होना, अमेरिका में निवास, कनाडाई नियोक्ता से नौकरी की पेशकश जरूरी है. अस्थायी निवासा वीजा, स्टडी परमिट और ओपन वर्क परमिट चाहिए होता है.इसके बाद इसका लाभ उठाया जा सकेगा.