नई दिल्ली : वैज्ञानिकों ने ऐसा दावा किया है जिसे सुनकर शायद आप भी चौंक जाएं, लेकिन ये जानना बेहद जरूरी है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, वर्तमान में पर्यावरण में कार्बन डाइऑक्साइड का स्तर बीते 8 लाख सालों में सबसे ज्यादा खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है।
इतिहास में या यूं कहें बीते 8,00,000 सालों में यह पहला मौका है, जब यह स्थिति पैदा हुई है। ऑब्जर्वेटरी की रीडिंग में कार्बन डाइऑक्साइड का स्तर सबसे अधिक हो गया है। अप्रैल महीने में कार्बन डाइऑक्साइड का स्तर 410 पार्ट्स प्रति मिलियन से अधिक हो गया।
वैज्ञानिकों ने चेताया है कि पर्यावरण में तेजी से बढ़ रहा कार्बन डाइऑक्साइड का यह स्तर ग्लोबल वॉर्मिंग की स्थिति को खतरनाक स्तर तक बढ़ा सकता है। यह समस्या अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा तय किए स्तर को भी पार कर सकती है।
कार्बन डाइऑक्साइड ऐसी इकलौती सबसे महत्वपूर्ण ग्रीन हाउस गैस है, जो मनुष्य की गतिविधियों के चलते पैदा होती है- जैसे, फ्यूल की बर्निंग, सीमेंट के निर्माण और वनों का क्षरण। वैज्ञानिकों का कहना है कि इस तरह के काम जबतक बंद नहीं होंगे पर्यावरण को नुकसान होता रहेगा।
कार्बन डाइऑक्साइड के स्तर को नापने वाले ग्राफ ‘कीलिंग कर्व’ के मुताबिक बीते कई दशकों में पर्यावरण तेजी से खराब हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक स्क्रिप्स इंस्टिट्यूशन ऑफ ओसियनॉग्रफी ने कहा कि औद्योगिक क्रांति से पहले पर्यावरण में कार्बन डाइऑक्साइड का स्तर 300 पार्ट्स प्रति मिलियन से अधिक नहीं होता था।