कोलकाता : पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी और भाजपा के बीच सीधी लड़ाई किसी से छिपी नहीं है। मौके के हिसाब से दोनों दलों के नेता एक दूसरे पर निशाना साधते हैं। भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। उन पर भाजपा कार्यकर्ताओं से TMC और पुलिसवालों को पीटने के लिए उकसाने का आरोप है।
दरअसल, दिलीप घोष ने भाजपा के कार्यकर्ताओं से कहा था कि टीएमसी के गुंडों या पुलिस वालों से डरने की जरूरत नहीं है। अगर आप लोगों पर हमला होता है तो टीएमसी कार्यकर्ताओं और पुलिसवालों की पिटाई कर दो। हम लोग किसी भी हालात को संभाल लेंगे।
ट्विटर पर घिरे घोष
हालांकि इस बयान के बाद लोगों ने ट्विटर पर उन्हें आड़े हाथों लिया। एक व्यक्ति ने ट्वीट कर लिखा कि वे मैनेज कर लेंगे क्योंकि वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक हैं। विशाल 19 नामक ट्विटर हैंडल से लिखा गया कि ऐसे में भाजपा और तृणमूल कांग्रेस में अंतर ही क्या रह जाएगा। ऐसे में लोगों को भाजपा को क्यों वोट देना चाहिए। रिया नामक ट्विटर हैंडल से लिखा गया कि इन्हें तो जेल में होना चाहिए। जबकि इंजीनियर मनोज पटेल ने लिखा कि सारे राष्ट्रवादियों को एक हो जाना चाहिए।
बंगाल में इस समय ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल सरकार है साथ ही अगले विधानसभा चुनाव में इस राज्य पर भाजपा की नजर है, जिसने हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन किया है।
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में लगातार भाजपा और राज्य की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच आपसी संघर्ष की खबरें आती रही हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान दोनों पार्टियों के बीच काफी हिंसक वारदातें हुई थीं। इन घटनाओं में दोनों ही पार्टियों के कार्यकर्ताओं की मौत हुई थी। दोनों ही पार्टियों ने एक-दूसरे पर आरोप लगाए थे। भाजपा को हाल में हुए लोकसभा चुनाव में भी सीटों में भारी इजाफा हुआ है। लेकिन, एक दूसरे के कार्यकर्ता मारपीट के आरोप लगाते रहे हैं।