सीबीआई ने पिछले साल अपनी पूरक चार्जशीट में अमित शाह को आरोपी ने बनाकर क्लीन चिट दे दी थी। इसके बाद एक मृतक जावेद के पिता के वकील ने कोर्ट से मांग की थी कि अमित शाह को आरोपी बनाया जाना चाहिए, जिसकी सुनवाई के दौरान सीबीआई ने फिर से कोर्ट में अपनी बात दोहराई कि अमित शाह के खिलाफ इस मामले में सबूत नहीं हैं।
जांच एजेंसी ने इससे पहले अपनी पूरक चार्जशीट में कहा था कि अमित शाह के खिलाफ पर्याप्ते सबूत नहीं हैं। प्राणेश पिल्लहई उर्फ जावेद पिल्लाई के पिता ने इसके बाद सीबीआई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था कि जांच एजेंसी फिर से इस मामले की फिर से जांच करे। इसके जवाब में सीबीआई ने आज कहा कि उसने अदालत के सामने सभी सबूत रख दिए हैं और यह कोर्ट पर निर्भर करता है कि वो इस मामले में आगे कोई फैसला करे।
गौरतलब है कि इशरत जहां और तीन अन्यप के फर्जी मुठभेड़ मामले की जांच कर रही सीबीआई ने अपने चार्जशीट में किसी राजनेता का नाम नहीं लिया लेकिन हत्याक और आपराधिक साजिश के लिए पुलिस और आईबी के अफसरों पर आरोप लगाया था।
मोदी के करीबी माने जाने वाले अमित शाह यूपी में बीजेपी के चुनाव प्रभारी हैं। शाह शोहराबुद्दीन शेख और तुलसीराम प्रजापति मुठभेड़ मामलों में हत्याे और साजिश के आरोपी हैं।