नई दिल्ली : भारत के 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi)ने लाल किले की प्राचीर से न केवल चीन को कड़ा संदेश देने की कोशिश की, बल्कि कोरोना वैक्सीन और देश की नई शिक्षा नीति के बारे में भी बताया। आइए जानते हैं मोदी के भाषण की 10 बड़ी बातें, जो सभी को जानना जरूरी है…
चीन को चुनौती : चीन पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए मोदी ने कहा- भारत की ओर आंख उठाने वालों को करारा जवाब दिया जाएगा और लद्दाख में दुनिया ने इसकी झलक भी देखी है। शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए उन्होंने कहा कि देश की संप्रभुता की रक्षा के लिए पूरा देश जोश से भरा है। आतंकवाद के मुद्दे पर बिना नाम लिए पाकिस्तान पर भी निशाना साधा।
नई शिक्षा नीति : पीएम मोदी ने देश की नई शिक्षा नीति का जिक्र करते हुए कहा कि यह विद्यार्थियों को न केवल अपनी जड़ों से जोड़ेगी बल्कि उसे ‘ग्लोबल सिटीजन’ बनने का भी पूरा सामर्थ्य देगी। पीएम ने कहा- आत्मनिर्भर भारत, आधुनिक भारत और नए भारत बनाने के साथ-साथ समृद्ध एवं खुशहाल भारत बनाने में देश की शिक्षा का बहुत बड़ा महत्व है। इसी सोच के साथ तीन दशक के बाद एक नई शिक्षा नीति देने में हम सफल हुए हैं।
डिजिटल स्वास्थ्य मिशन : मोदी ने कोरोना कालखंड में सरकार द्वारा उठाए कदमों की चर्चा करते हुए यह भी बताया कि देश में आज से (15 अगस्त) एक बहुत बड़ा अभियान शुरू होने जा रहा है- नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन। अब आपका हर टेस्ट, हर बीमारी, आपको किस डॉक्टर ने कौन सी दवा दी, आपकी रिपोर्ट्स क्या थीं, ये सारी जानकारी एक हेल्थ आईडी में समाहित होंगी।
राष्ट्रीय सुरक्षा : मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा की त्रिआयामी तैयारियों का खाका पेश किया। चीन के साथ सीमा पर तनाव के बीच मोदी ने यह बताना नहीं भूले कि देश की सुरक्षा में हमारे बॉर्डर और कोस्टल इंफ्रास्ट्रक्चर की भी बहुत बड़ी भूमिका है। देश में रोड और इंटरनेट कनेक्टिविटी का तेजी से विस्तार हो रहा है। सीमावर्ती क्षेत्रों में 1 लाख एनसीसी कैडेट जोड़ने की बात भी कही।
कोरोना वैक्सीन : जैसी कि लोग अटकलें लगा रहे थे कि कोरोना वैक्सीन को लेकर नरेन्द्र मोदी कुछ न कुछ जरूर बोलेंगे। उन्होंने कहा कि देश में 1 नहीं 3 वैक्सीन पर काम चल रहा है और वैज्ञानिकों की
हरी झंडी मिलते ही बड़े पैमाने पर इसका उत्पादन शुरू कर दिया जाएगा। वैक्सीन कम से कम समय में लोगों तक कैसे पहुंचे, इसकी रूपरेखा भी तैयार है।
मेक फॉर वर्ल्ड : मेक इन इंडिया के नारे को विस्तार देते हुए मोदी ने अब ‘मेक फॉर वर्ल्ड’ यानी विश्व के लिए विनिर्माण की बात कही है। उन्होंने कहा- भारत अपनी 130 करोड़ जनता के साथ ‘मेक फार वर्ल्ड’ की दिशा में प्रगति करने की ताकत रखता है। पिछले वर्ष देश में एफडीआई में 18 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। साथ ही कोराना कालखंड में भी विश्व की बड़ी-बड़ी कंपनियों ने भारत की ओर रुख किया है।
साइबर सुरक्षा : नरेन्द्र मोदी ने समन्वित साइबर सुरक्षा नीति की बात कही। साथ ही कहा कि देश के सभी 6 लाख गांवों को फाइबर ऑप्टिक नेटवर्क से जोड़ा जाएगा। देश में जल्द ही साइबर सुरक्षा नीति का खाका तैयार किया जाएगा।
इन्फ्रास्ट्रक्चर : मोदी ने कहा- भारत को आधुनिकता की दौड़ में बनाए रखने के लिए ‘राष्ट्रीय इंफ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन परियोजना’ में 100 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च किए जाएंगे। इसके लिए लगभग 7000 परियोजनाओं को चिह्नित भी किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि देश के सर्वांगीण अवसंरचना विकास को एक नई दिशा देने की जरूरत है।
वोकल फॉर लोकल : नरेन्द्र मोदी लोकल के लिए वोकल के नारे को फिर से दोहराया। उन्होंने आयात कम से कम करने, स्थानीय उत्पादों को सम्मान देने और देश में उपलब्ध प्राकृतिक संसाधनों का मूल्यवर्धन करते हुए आत्मनिर्भर भारत के लिए संकल्प लेने का आह्वान किया।
आत्मनिर्भर भारत : मोदी ने एक बार फिर आत्मनिर्भर भारत के संकल्प की बात की। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत केवल एक शब्द नहीं है बल्कि 130 करोड़ देशवासियों के लिये एक मंत्र बन गया है। यह भारत, मानवता और विश्वकल्याण के लिए भी जरूरी है। मोदी ने कहा- ‘एक भारत सर्वेश्रेष्ठ भारत’ बनाने के लिए प्रत्येक देशवासी को कुछ न कुछ योगदान करना होगा।