चेन्नई : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने इतिहास रचते हुए अंतरिक्ष में एक बड़ी कामयाबी हासिल कर ली है। इसरो का “बाहुबली” रॉकेट GSLV Mk-III अपने साथ चंद्रयान-2 को लेकर उड़ान भर चुका है।
चंद्रमा पर भारत के दूसरे प्रतिष्ठित एवं चुनौतीपूर्ण मिशन चंद्रयान-2 को सोमवार को आंध्रप्रदेश के श्रीहरिकोटा से प्रक्षेपित किया गया।
चंद्रयान-2 का श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से अपराह्न 2 बजकर 43 मिनट पर प्रक्षेपण किया गया। देश के सबसे वजनी 43.43 मीटर लंबे जीएसएलवी-एमके3 एम1 रॉकेट की मदद से 3850 किलोग्राम भार वाले चंद्रयान-2 को 20 घंटों की उलटी गिनती के बाद प्रक्षेपित किया गया।
चंद्रयान-2 की लॉन्चिंग सफल हुई है। लॉन्चिंग के बाद वैज्ञानिकों ने तालियां बजाकर मिशन का स्वागत किया। ISRO के चेयरमैन के. सिवन ने स्पेस सेंटर से इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा कि चंद्रयान की लॉन्चिंग सफल रही है और सैटेलाइट से अच्छे सिग्नल मिल रहे हैं।