नई दिल्ली : चीन ने बेशक पाकिस्तान में काफी निवेश किया हुआ है लेकिन चीन के सरकारी टीवी नेटवर्क (सीजीटीएन) पर दिखाए गए मानचित्र में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (Pok) को भारत का हिस्सा बताया गया था। इसे पाकिस्तान के प्रति चीन की नाराजगी के तौर पर माना जा रहा है। चीन के अपना यह रुख ऐसे समय पर दिखाया है जब 10 दिसंबर को भारत और चीन के जवान मिलकर सैन्य अभ्यास करने वाले हैं। वहीं करतारपुर कॉरिडोर पर बहस चल रही है।
सीजीटीएन ने कराची में अपने वाणिज्य दूतावास पर हुए हमले की रिपोर्टिंग के दौरान Pok को भारत का हिस्सा दिखाया था। इसे चीन की तरफ से एक बेहद नाराजगी वाला कदम माना जा रहा है क्योंकि उसके नागरिकों की रक्षा करने में पाकिस्तान अक्षम रहा।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सीजीटीएन ने फिक्स्ड टेंपलेट का इस्तेमाल किया और प्रोडक्शन स्टाफ को इसमें कोई हेरफेर न करने की हिदायत दी गई।’ सूत्रों ने बताया कि टेंपलेट का उपयोग बिना उच्च अधिकारियों की इजाजत के प्रोडक्शन स्टाफ द्वारा नहीं लिया जा सकता।
चीनी प्राधिकारण आमतौर पर घरेलू या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नीतिगत फैसले लेने से पहले अपने आधिकारिक मीडिया में उस मुद्दे को उठाता है और फिर उसकी प्रतिक्रिया देखता है। हालांकि जानकारों का मानना है कि सिर्फ एक मसले पर अपने अलग रुख की वजह से इसे चीन के आधिकारिक नीति बदलने के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए। चूंकि चीन का प्रिंट मीडिया मानचित्र आधारित मसले को लेकर हमेशा स्पष्ट रहा है। आधिकारिक तौर पर रिलीज हुए मानचित्र में कभी भी पीओके को भारत का हिस्सा नहीं दिखाया गया है।