नई दिल्ली : डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की फिल्म ‘MSG’ को हरी झंडी दिए जाने के विरोध में सेंसर बोर्ड की अध्यक्ष लीला सैमसन के इस्तीफे के बाद 8 और सदस्यों ने इस्तीफा दे दिया है।
इन सभी सदस्यों ने सूचना प्रसारण मंत्रालय को अपने फैसले से अवगत करा दिया है। इन सदस्यों में इरा भास्कर, लोरा प्रभु, पंकज शर्मा, राजीव मसंद, शेखरबाबू कंचरेला, शाजी करुण, शुभ्रा गुप्ता और टीजी थायगराजन शामिल हैं। बोर्ड सदस्यों के सामूहिक इस्तीफे ने केंद्र सरकार पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। सदस्यों ने सूचना-प्रसारण मंत्रालय को भेजे पत्र में बोर्ड के कामकाज में दखल समेत कई अन्य कारण गिनाए हैं।
आपको बता दे कि बाबा राम रहीम की आने वाली फिल्म MSG पहले से ही विवादों के घेरे में है शुक्रवार की सुबह इस फिल्म की रिलीज को लेकर एक और जन्हा सेंसर बोर्ड की अध्यक्ष ने अपना इस्तीफा दे दिया था वंही दूसरी ओर दिल्ली ने फिल्म प्रभाग के बाहर दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी और सिख समुदाय के लोगो ने इस फिल्म का जोरदार विरोध किया। हजारो की संख्या में सिखो ने फिल्म प्रभाग पर प्रदर्शन किया और बाबा राम रहीम को ढोंगी बताते हुए इस फिल्म पर रोक की मांगी की। उन्होंने कहा की अगर ये फिल्म कंही भी दिखाई गयी तो इसका जोरदार तरीके से विरोध किया जायेगा। सिखो ने पुलिस बेरिकेड्स भी तोड़ी आप देख सकते है किस तरह से लोगो ने हंगामा किया ।
वहीँ सेंसर बोर्ड में लगी इस्तीफे की झड़ी से सरकार भी सवालो के घरे में आ गई है। दूसरी ओर सूचना-प्रसारण राज्य मंत्री राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ ने सफाई दी है कि लीला सैमसन के पास अगर बोर्ड के कार्यों में हस्तक्षेप का एक भी सबूत है तो वह सामने रखें।
इससे पहले लीला सैमसन ने पैनल के सदस्यों और संस्था के अधिकारियों के भ्रष्टाचार को इस्तीफे की मुख्य वजह बताया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि सेंसर बोर्ड का मजाक बना दिया गया है और मंत्रालय की ओर से नियुक्त किए गए अधिकारी ही इसे चला रहे हैं।
विवादास्पद फिल्म ‘MSG (मैसेंजर आफ गॉड)’ को फिल्म प्रमाणन अपीलीय न्यायाधिकरण (एफसीएटी) ने प्रदर्शन के लिए हरी झंडी दे दी है, जबकि पहले सेंसर बोर्ड ने इसकी इजाजत नहीं दी थी। फिल्म को हरी झंडी के बाद बोर्ड प्रमुख लीला सैमसन ने गुरुवार रात ही इस्तीफे का फैसला कर लिया था।