उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कहा कि ‘राजनीतिक संकीर्णताओं’ के कारण विभाजनकारी ताकतों की शिकार हुई आजमगढ़ जिले की प्रतिभाओं के सामने पहचान का संकट खड़ा हो गया था, मगर यहां चुनावों में पराजय के बावजूद सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने हालात बदल दिए हैं. सीएम योगी ने आजमगढ़ में 143 करोड़ रुपए की 50 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया.
BJP ने बदली आजमगढ़ की तस्वीर
CM ने कहा ”याद करिए, पांच वर्ष पहले जब आजमगढ़ का नौजवान अपने जिले से बाहर जाता था तो उसे अपनी पहचान छिपाने के लिए मजबूर होना पड़ता था क्योंकि अगर वह बोलता था कि मैं आजमगढ़ से आया हूं तो आजमगढ़ के नाम पर उसे होटल में कमरा तक नहीं मिलता था और कोई अपने मोहल्ले में किराए पर भी नहीं रहने देता था. लेकिन इस धारणा को बदलने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘एक भारत- श्रेष्ठ भारत’ के अभियान को आगे बढ़ाया.”
आजमगढ़ का विकास नहीं रुकने दिया
CM ने कहा ‘आप सबने हाल ही में संपन्न आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी दिनेश लाल यादव को विजयी बनाकर देश की सर्वोच्च पंचायत में भेजा है. इससे आजमगढ़ के बारे में लोगों की अच्छी धारणा बनी है और इससे उत्तर प्रदेश का मान भी बढ़ा है.”उत्तर प्रदेश में बीेजपी की सरकार 2017 में बनी तो हम लोगों ने प्रदेश के लिए अनेक प्रकार के कार्यक्रम तैयार किए. आजमगढ़ में भले ही हमारा विधायक ना रहा हो, लोकसभा चुनाव में भी आजमगढ़ और लालगंज सीट हम हारे थे लेकिन हमने आजमगढ़ के विकास को रुकने नहीं दिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2018 में आजमगढ़ में आकर पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास किया. इस एक्सप्रेस वे ने आजमगढ़ के विकास को एक नई गति दी है.’
पूर्वांचल एक्सप्रेस वे बनने से हुआ विकास
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अब पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के माध्यम से आजमगढ़ से मात्र दो घंटे में लखनऊ पहुंचा जा सकता है और पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे और यमुना एक्सप्रेस-वे से मात्र सात घंटे में दिल्ली पहुंच सकते हैं. उन्होंने किसी का नाम लिए बगैर कटाक्ष करते हुए कहा ‘वर्षों से यह मांग थी कि आजमगढ़ में एक विश्वविद्यालय की स्थापना की जाए. पहले बहुत सारे लोग आजमगढ़ आए लेकिन विश्वविद्यालय भी डबल इंजन की सरकार ने ही दिया. अब आजमगढ़ में महाराजा सुहेलदेव के नाम पर विश्वविद्यालय का निर्माण युद्ध स्तर पर कराया जा रहा है.’
मुख्यमंत्री ने सुहेलदेव विश्वविद्यालय में प्रसिद्ध साहित्यकार रांगेय राघव के नाम से एक नई शोध पीठ स्थापित करने की घोषणा करते हुए कहा ‘आजमगढ़ साहित्यकारों की धरती रही है. यहां के सुप्रसिद्ध साहित्यकार रांगेय राघव की रचनाएं हम सबको एक नई दिशा देती हैं. ‘