अधिकारियों को सीएम योगी आदित्यनाथ का सख्त निर्देश, बोले- मंत्री समूह की रिपोर्ट पर हो जरूरी फैसले

यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath)ने मंडलीय दौरों से लौट कर आए मंत्री समूह के रिपोर्ट पर यथोचित कार्रवाई के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया है. मुख्यमंत्री ने कहा है कि मंत्री समूह की रिपोर्ट सम्बंधित जिलों के नोडल अधिकारियों को दी जाए, ताकि जन अपेक्षाओं के अनुरूप विकास कार्यों को गति दी जा सके, साथ ही मंत्रीगणों ने जिन क्षेत्रों में सुधार की जरूरत बताई है, उस पर अमल किया जाए.

सीएम ने ली मंत्री समूहों से जानकारी

मंत्री समूहों के मंडलीय-जनपदीय भ्रमण कार्यक्रम को सतत जारी रखने की जरूरत बताते हुए मुख्यमंत्री ने आमजन की समस्याओं के प्रति संवेदनशील होने और त्वरित निराकरण के निर्देश भी दिए हैं. मंगलवार को मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में लोकभवन में आयोजित मंत्रिमंडल की बैठक में एक-एक कर सभी 18 मंत्री समूहों के अध्यक्षों ने अपने प्रभार वाले मंडलों की जनपदवार स्थिति के बारे में जानकारी दी.

टॉलरेंस नीति के साथ हो बेहतर कानून-व्यवस्था

बैठक में बताया गया कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार मंत्री समूह मंडलीय भ्रमण के दौरान मंडलीय समीक्षा बैठक कर विकास परियोजनाओं की अद्यतन स्थिति का जायजा लिया गया. कार्य की गुणवत्ता और समयबद्धता के लिए अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए. वहीं, महिला सुरक्षा के मामलों, एससी/एसटी के प्रकरणों में अभियोजन की स्थिति, पुलिस पेट्रोलिंग, बाल यौन अपराधों, व्यापारियों की समस्याओं, गैंगस्टर पर कार्रवाई आदि का विवरण प्राप्त करते हुए जीरो टॉलरेंस नीति के साथ बेहतर कानून-व्यवस्था के लिए जरूरी निर्देश भी दिए.

सीएम को दिया धन्यवाद

मंत्री समूहों ने भ्रमण के दौरान ‘जन चौपाल’ और ‘सहभोज’ के अनुभवों को भी साझा किया. ज्यादातर मंत्री समूह के मुताबिक महिला सुरक्षा, बेहतर स्वास्थ्य सुविधा और स्कूलों के कायाकल्प और पात्र लोगों को बिना भेदभाव मिल रहे मुफ्त राशन के विषय पर जनता में सकारात्मक माहौल है. मंत्रियों ने जनसमस्याओं के निस्तारण की व्यवस्था को और बेहतर बनाए जाने की अपेक्षा भी जताई. मंत्री समूहों ने मंडलीय भ्रमण के लिए मंत्री समूह के गठन के प्रयास को अभिनव बताते हुए मुख्यमंत्री को धन्यवाद भी दिया.

उप मुख्यमंत्री ने किया स्वास्थ्य चिंतन शिविर का ज़िक्र

मंत्रिमंडल की बैठक में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने पांच से सात मई तक गुजरात के केवड़िया में आयोजित केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण परिषद (सीसीएचएफडब्ल्यू) के 14वें सम्मेलन ‘स्वास्थ्य चिंतन शिविर’ के अनुभवों को भी साझा किया. उन्होंने बताया कि शिविर में इंसेफेलाइटिस उन्मूलन और कालाजार की समाप्ति सहित संचारी रोगों के निदान के ‘यूपी मॉडल’ पर एक प्रस्तुतीकरण किया गया, तो प्रदेश में एक जनपद-एक मेडिकल कॉलेज सहित हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर करने के लिए जारी प्रयासों और कोविड के शानदार प्रबंधन के बारे में भी बिंदुवार जानकारी दी गई. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय सहित विभिन्न राज्यों ने स्वास्थ्य एवं चिकित्सा क्षेत्र में उत्तर प्रदेश द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की. मंत्रिमंडल की इस बैठक में मत्स्य विभाग के मंत्री संजय निषाद ने भी एक प्रस्तुतिकरण दिया.