गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को अगले लोकसभा चुनाव में चुनाव प्रचार समिति का प्रमुख बनाए जाने के बाद BJP-JDU गठबंधन टूटने की कगार पर पहुंच गया है। BJP और JDU की राहें अब अलग-अलग होती दिखाई दे रही हैं। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनाव प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाए जाने से नाराज नीतीश कुमार ने पार्टी के सीनियर नेताओं से छक्। में बने रहने पर विचार-विमर्श शुरू कर दिया है। JDU के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि BJP के साथ अब कुछ वक़्त का साथ ही बचा है।
JDU के नेता नरेंद्र सिंह का कहना है कि उन्हें दागदार नेता मंजूर नहीं है। सिंह ने यह भी कहा कि गठबंधन में रहना अब मुश्किल है और दो से तीन दिन के भीतर इस पर फैसला ले लिया जाएगा। JDU के सूत्रों से मिली जानकारी की माने तो नीतीश ने इस संबंध में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव और प्रदेश के अन्य नेताओं के साथ मंगलवार देर रात्रि तक विचार.विमर्श किया। JDU की उक्त बैठक में शामिल हुए राज्य सरकार के एक मंत्री ने अपने नाम का खुलासा नहीं किए जाने की शर्त पर बताया कि बीजेपी के साथ उनके दल का संबंध अब चंद दिनों का रह गया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़ JDU के जिन नेताओं के साथ नीतीश ने इस संबंध में विचार-विमर्श किया है उसमें उनके मंत्रिमंडल सहयोगी बिजेंद्र प्रसाद यादव, विजय कुमार चौधरीए नरेंद्र सिंहए बृषिण पटेल, श्याम रजक और राज्यसभा सांसद और मुख्यमंत्री के विश्वस्त आरसीपी सिंह के नाम शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि 243-सदस्यीय बिहार विधानसभा में वर्तमान में JDU के 118 विधायक हैं और बहुमत सिद्ध करने के लिए 122 के आंकड़े की जरूरत पड़ेगी। सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस के चार विधायकों का समर्थन लिया जा सकता है जबकि निर्दलीय विधायकों की कुल संख्या छह है। वहीं बिहार विधानसभा में BJP के 91, आरजेडी के 22, कांग्रेस के चार तथा लोजपा और सीपीआई के एक-एक विधायक हैं।
हालांकि दूसरी तरफ BJP ने भी साफ कर दिया है कि वह बिहार में वह अकेले चुनाव लड़ने के लिए तैयार है। पार्टी के प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि JDU के नेता कह रहे हैं कि अब BJP के साथ रहना मुश्किल है तो वह फैसला लेने के लिए स्वतंत्र हैं। बिहार में BJP के सबसे ताकतवर नेता और उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भी कहा है कि पार्टी बिहार में हर परिस्थिति में चुनाव लड़ने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि अगला लोकसभा का चुनाव पार्टी नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लड़ेगी और अभूतपूर्व सफलता प्राप्त करके केंद्र में सरकार भी बनाएगी।