लक्षण कुछ इस प्रकार हैं :-
1. कंप्यूटर स्लो हो जाता है।
2. फाइलों का साइज़ अचानक ही बढ़ जाता है।
3. फोल्डर्स और फाइल अपने आप क्रियेट होने लगते हैं।
4. टास्क मेनेजर, कमांड प्रोम्प्ट, कण्ट्रोल पनेल आदि जैसे कुछ सॉफ्टवेर का काम न करना।
5. अपने आप कंप्यूटर उसेर का बन जाना।
6. कंप्यूटर का पासवर्ड अपने आप बदल जाना।
7. किसी फाइल का डुप्लीकेट बन जाना।
8. किसी हार्डवेयर का सही तरह काम न करना जैसे माऊस के पॉइंटर का गायब हो जाना।
9. सीडी के ट्रे का अपने आप अन्दर बाहर करना।
10. किसी सॉफ्टवेर का सही तरह काम न करना।
ऐसे ही कई अन्य लक्षन है जिससे हम यह पहचान सकते हैं की हमारे कंप्यूटर में वाएरस हैं लेकिन उन वाएरस को कंप्यूटर से निकालना एक टेढ़ी खीर है। मगर कई लोग अपने कंप्यूटर कुछ फ्री के एंटी वाएरस दाल कर खुश हो जाते हैं की उनका कंप्यूटर सुरक्षित हैं लेकिन ऐसा नहीं होता, फ्री के एंटी वाएरस सिर्फ डेमो के लिए होते हैं वोह पूरी तरह सक्षम नहीं होते सभी वाएरस को पकड़ने में इसलिए अगर एंटी वाएरस इस्तेमाल करना है तो ओरिजिनल करिए अथवा न करना ही बढ़िया विकल्प है क्योंकि फ्री के एंटी वाएरस के ऊपर कई वाएरस हावी हो जाते हैं और फिर एंटी वाएरस अपना मनचाहा काम करवाते हैं।
वाएरस से बचने के कुछ उपाए इस प्रकार हैं:-
1. हमेशा ओरिजिनल एंटी वाएरस का इस्तेमाल करें।
2. कभी भी अपना पेन ड्राइव किसी वाएरस इन्फेक्टेड कंप्यूटर में न लगायें।
3. इन्टरनेट से कभी भी किसी भरोसे मंद वेबसाइट से ही कुछ डाउनलोड करें।
4. फायर वोल को ओन रखें और उसके वार्निंग्स को नजरंदाज न करें।
5. किसी फाइल की तरफ उसके नाम से आकर्षित न हों, पहले जांच पड़ताल करले उसे खोलने से पहले खासकर गेम्स।
6. इन्टरनेट पर चेटिंग करते समय किसी अनजाने व्यक्ति की फाइल को शेयर न करें।