आत्मविश्वास किसी भी कार्य के लिए आवश्यक तत्व है । क्योंकि एक बड़ी खाई को दो छोटी छलांगों में पार नहीं किया जा सकता। आत्मविश्वास के साथ आप गगन चूम सकते हैं और आत्मविश्वास के बिना मामूली सी उपलिब्धयां भी पकड़ से परे हैं। पेड़ की शाखा पर बैठा पंछी कभी भी इसलिए नहीं डरता कि
डाल हिल रही है क्योंकि पंछी डाली में नहीं अपने पंखों पर भरोसा करता है। आत्मविश्वास हमारे उत्साह को जगाकर हमें जीवन में महान उपलब्धियों के मार्ग पर ले जाता है। अनुभूतियों के सरोवर में, आत्म.विश्वास के कमल खिलते हैं ।
आत्मविश्वासी व्यक्ति अपने कार्य को पूरा करके ही छोड़ता है । आत्मविश्वास वह संबल है जो रास्ते की हर बाधा को धराशायी कर सकता है । महान वह है जो दृढतम निश्चय के साथ सत्य का अनुसरण करता है । आत्मविश्वास, वीरता का सार है। मनुष्य अपनी क्षमताओं की कभी क़दर नहीं करता, वह हमेशा उस चीज़ की आस लगाये रहता है जो उसके पास नहीं है। करने का कौशल आपके करने से ही आता है। आत्मविश्वास, आत्मज्ञान और आत्मसंयम केवल यही तीन जीवन को परम शांति सम्पन्न बना देते हैं। आत्मविश्वास, सफलता का मुख्य रहस्य है।
जिसमे आत्मविश्वास नहीं उसमे अन्य चीजों के प्रति विश्वास कैसे उत्पन्न हो सकता है। हास्यवृति, आत्मविश्वास (आने) से आती है। जिसने अपने को वश में कर लिया है उसकी जीत को देवता भी हार में नहीं बदल सकते। आत्मविश्वा बढाने की यह रीति है कि वह काम करो जिसको करते हुए डरते हो। यह आत्मविश्वास रखो को तुम पृथ्वी के सबसे आवश्यक मनुष्य हो। You always remember….canfodence can move mountains.