दरअसल, एक पत्रकार के द्वारा किए गए इस स्टिंग की सीडी जारी करते हुए कांग्रेस सांसद अजय माकन ने आरोप लगाया कि अमित शाह को बचाने के लिए तुलसीराम की मां को भ्रमित कर उनसे कोरे वकालतनामे पर अंगूठे का निशान ले लिया गया ताकि समय आने पर उनका दुरुपयोग किया जा सके। और यह न्यायिक प्रक्रिया के साथ खिलवाड़ करने की कोशिश है।
उन्होंने यह भी कहा कि न्यायिक प्रक्रिया के साथ छेड़छाड़ कोशिश है। इस आपराधिक साजिशष् में बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता शामिल हैं। इस एनकाउंटर में अमित शाह मुख्य आरोपी हैंए चूंकि अमित शाहए गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के विश्वासपात्र माने जाते हैं ऐसे में कांग्रेस ने नरेंद्र मोदी से इस्तीफे की मांग की है।
गौरतलब है कि तुलसी प्रजापति की 28 दिसंबर 2006 को मुठभेड़ में मौत हुई थी। उस समय राज्य के गृह राज्य मंत्री रहे अमित शाह इस मामले में आरोपी हैं। तुलसी प्रजापति, सोहराबुद्दीन शेख का सहयोगी था और वह सोहराबुद्दीन शेख के एनकाउंटर का चश्मदीद भी था।