15 सालों तक दिल्ली के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर अपना दबदबा बनाये रखने वाली दिल्ली की पूर्व CM शीला दक्षित की प्रदेश चुनाव समिति में जगह दी गई है, जबकि दंगों के आरोपी सज्जन कुमार और जगदीश टाइटलर को इसमें कोई जगह नहीं मिली है। सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने दिल्ली प्रदेश चुनाव समिति, घोषणा पत्र समिति समेत चुनाव संबंधी चार समितियों का गठन किया है।
चुनाव समिति में कुल 24 सदस्यों को रखा गया है, जिसमें बतौर अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली सबसे ऊपर हैं। घोषणा पत्र समिति में भी 24 सदस्यों को जगह दी गई है और इसके अध्यक्ष एके वालिया हैं। हारून युसूफ को चुनाव प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाया गया है, जबकि अनुशासन समिति के लिए अभिजीत सिंह गुलाटी को अध्यक्ष घोषित किया गया है। प्रचार समिति में भी 24 सदस्य हैं, जबकि अनुशासन समिति में 6 लोगों को जगह दी गई है।
गौरतलब है कि, दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट की फटकार और इस ओर चुनाव के निर्णय के बाद से ही प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से शीला दीक्षित को वापस लाने की मांग जोर शोर से थी। बताया जाता है कि पंडित नेहरू जयंती समारोह से ठीक पहले प्रदेश कांग्रेस के 5 से अधिक नेताओं ने पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी से भी मुलाकात की थी।
सभी ने शीला दीक्षित को दिल्ली वापस लाने की गुजारिश की थी। इस पूरे मामले में कांग्रेस आलाकमान की ओर से कोई जानकारी अब तक नहीं थी, लेकिन ताजा जारी चुनाव समिति की सूची में शीला दीक्षित को जगह दी गई है। हालांकि आगे उनकी भूमिका क्या होगी इस ओर अभी कोई निर्णय नहीं किया गया है।