माना जा रहा है कि इन दोनों बैठकों के बाद अलग तेलंगाना राज्य के निर्माण का ऐलान हो जाएगा। उसके बाद ये तय हो जायेगा कि तेलंगाना राज्य को किस तरह बनाया जाये। हालांकि अब भी आंध्र प्रदेश के कई नेता तेलंगाना के विरोध में है। खुद मुख्यमंत्री किरण रेड्डी से लेकर कई केंद्रीय मंत्री तक ऐतराज जता चुके हैं।
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिकए साल 2014 के शुरू में तेलंगाना राज्य का गठन किया जा सकता है।
इसी के साथ मंगलवार को होने वाली कांग्रेस वर्किंग कमिटी की बैठक में तेलंगाना के निर्माण को औपचारिक मंजूरी मिल सकती है। इससे पहले कांग्रेस नेतृत्व ने इस मामले पर अपने सहयोगियों के साथ सलाह-मशवरा करने के लिए यूपीए कोऑर्डिनेशन कमिटी की बैठक बुलाई है। गौरतलब है कि कांग्रेस आलाकमान ने ये तमाम अहम बैठकें राज्यों में होने वाले पंचायत चुनावों के खत्म होने से एक दिन पहले बुलाई हैं।
उधर कांग्रेस पार्टी की सरकार के प्रमुख सीएम किरण कुमार रेड्डी ने कहा है कि वह राज्य के बारे में लिए गए इस फैसले का समर्थन नहीं कर सकते क्योंकि इससे राज्य के दोनों हिस्सों में राजनैतिक तनाव व्याप्त हो जाएगा।
गौरतलब है कि तेलंगाना का मसला इतना आसान नहीं है। राज्य गठन से जुड़े बिल को कैबिनेट के सामने रखा जाएगा। राजस्वए पानीए जमीन और संपत्ति के बंटवारे के लिए प्रधानमंत्री एक कमेटी बनाएंगे। जानकारी के मुताबिकए रायलसीमा इलाके के दो जिले कुरनूल और अनंतपुर भी तेलंगाना में शामिल किए जाएंगे। हालांकि यह मसला इतना आसान नहीं है, इस पर काफी विवाद भी है।