पिछले महीने IPL -6 में हुए स्पॉट फिक्सिंग के सनसनीखेज खुलासे के बाद इस पर अंकुश लगाने के लिए खेल मंत्रालय कड़े कदम उठाने जा रहा है। खेल मंत्रालय ने खेल में बेईमानी करने वाले खिलाडि़यों के लिए तीन से दस साल तक के लिए सजा की सिफारिश की है।
खेल सचिव पीके देब ने मंगलवार को बताया, हम खेलों में बेईमानी रोकने के लिए प्रस्ताविक नए विधेयक (बिल) काप मसौदा फिर से तैयार कर रहे हैं। खेलों में ईमानदारी न बरतने वाले खिलाडि़यों के लिए हमने तीन से इस साल तक की जेल का प्रस्ताव रखा है। इस अपराध के लिए अंतराष्ट्रीय स्तर पर तीन से दस साल की जेल का प्रावधान है। हम अंतराष्ट्रीय मानको की बराबरी करने की कोशिश कर रहे हैं।
खेल मंत्रालय से प्रस्ताविक विधेयक अपनी सिफारिश 20 जून तक कानून मंत्रालय को भेजने को कहा गया था, लेकिन माना जा रहा है कि वह इस माह के अंत तक भेज देगा। पीके देब का कहना है कि नए कानून की मदद से मंत्रालय भविष्य में गढ़बढ़ करने वाले खिलाडि़यों के साथ निपटने में सक्षम हो जाएगा। उन्होंने कहा, हम सबसे पहले यह परिभाषित करने की कोशिश कर रहे हैं कि खेलों में बेईमानी क्या है।
उन्होंने कहा कि हमारा मुख्य जोर इस बात पर है कि किस तरह बेईमानी को साबित किया जा सके और दोषी को अदालत में सजा दिलवाई जा सके और दोषी को अदालत में सजा दिलवाई जा सके और दोषी को अदालत में सजा दिलवाई जा सके। खेलों में 99 फीसदी गड़बडि़यां परिस्थितिजन्य साक्ष्यों पर आधारित होती है।