नई दिल्ली – केस में दोषियों के खिलाफ डेथ वारंट जारी हो गया है। 22 जनवरी को सुबह 7 बजे दोषियों को फांसी दी जाएगी। दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने मंगलवार को सुनवाई के बाद यह फैसला सुनाया। इस तरह 7 साल 37 दिन बाद निर्भया को इंसाफ मिला है। फैसले पर खुशी जाहिर करते हुए निर्भया की मां आशा देवी ने कहा कि यह देश की सभी बेटियों के लिए इन्साफ है। उन्होंने कोर्ट का धन्यवाद भी दिया। इस फैसले से महिलाओं का कानून में विश्वास बढ़ेगा। वहीं दोषियों के वकील एपी सिंह का कहना है कि वे क्यूरेटिव पीटिशन दाखिल करेंगे। निर्भया की मां की वकील सीमा कुशवाह ने कहा कि आज हमारी आंखे नम है। ज्यादा खुशी होती यदि निर्भया भी आज हमारे बीच होती।
दिल्ली के चर्चित निर्भया सामूहिक दुष्कर्म व हत्याकांड के मामले के चार दोषियों की फांसी की सजा को लेकर आज का दिन बेहद अहम रहा। दिल्ली का पटियाला हाउस कोर्ट चारों दाेषियों के लिए डेथ वारंट जारी करते हुए 22 जनवरी को उनकी फांसी का दिन मुकर्रर किया। इसके पहले निर्भया मामले में माता-पिता द्वारा कोर्ट में दायर डेथ वारंट याचिका पर कोर्ट में सुनवाई हुई तथा कोर्ट में वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चारो दोषियों ने अपनी बात रखी।
गौरतलब है कि 16 दिसंबर 2012 की सर्द रात दिल्ली की सड़क पर चलती बस में 23 साल की एक पारामेडिकल स्टूडेंट निर्भया के साथ छह लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म किया, फिर हैवानियत की हदें पार कीं और मरने के लिए सड़क पर फेंककर चलते बने। बाद में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। पुलिस ने मामले का उद्भेदन करते हुए सभी छह आरोपितों को गिरफ्तार किया, जिनमें मुख्य आरोपित राम सिंह ने ट्रायल के दौरान तिहाड़ जेल में आत्महत्या कर ली। एक अन्य नाबालिग आरोपित तीन साल बाल सुधार गृह में रहने के बाद छूट गया। शेष चार पवन, मुकेश, अक्षय और विनय को कोर्ट ने मौत की सजा दी है।
कोर्ट ने जारी किया डेथ वारंट
इस मामले में दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट ने मंगलवार की शाम डेथ वारंट जारी कर दिया। साथ ही फांसी का दिन 22 जनवरी मुकर्रर कर दिया। अगर इस फैसले को उपरी अदालत स्टे नहीं करती है तो चारो दोषियों को तिहाड़ जेल में 22 जनवरी की सुबह सात बजे फांसी दे दी जाएगी। दिल्ली हाईकोर्ट के वकील नलिन लोचन सहाय बताते हैं कि क्यूरेटिव पेटिशन (Curative Petition) दायर होने पर सुप्रीम कोर्ट डेथ वारंट पर स्टे लगा सकता है। बताया जाता है कि दोषी अक्षय ने क्यूरेटिव पेटिशन दायर करने की बात कही है।
निर्भया के माता-पिता को डेथ वारंट की उम्मीद
निर्भया के माता-पिता ने कहा है कि उन्हें इंसाफ तब मिलेगा, जब दोषियों की फांसी की प्रक्रिया मुकम्मल हो जाएगी। इसका इंतजार वे सात साल से कर रहे हैं।