नई दिल्ली : भारतीय सेना में भर्ती के लिए नए नियम लागू हो गए हैं. केंद्र सरकार ने आज से ‘अग्निपथ भर्ती योजना’ शुरू की है. केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नई योजना लॉन्च करते हुए कहा कि इससे युवाओं को सेना में भर्ती होने का मौका मिलेगा.
रक्षा खर्च में आएगी कमी
केंद्रीय रक्षा मंत्री ने कहा कि यह योजना रक्षा बलों के खर्च और आयु प्रोफाइल को कम करने की दिशा में सरकार के प्रयासों का एक हिस्सा है. योजना के तहत सशस्त्र बलों का युवा प्रोफाइल तैयार करने का प्रयास किया जा रहा है. यह उन्हें नई तकनीकों के लिए प्रशिक्षित करने और उनके स्वास्थ्य के स्तर में सुधार करने में मदद करेगा.
4 साल के लिए की जाएगी भर्ती
अग्निपथ योजना के तहत सेना में युवाओं को 4 साल के लिए भर्ती किया जाएगा. इससे जहां एक तरफ सैनिकों की कमी की समस्या कम होगी. वहीं, सैनिकों पर खर्च कम होने की संभावना भी बढ़ेगी.
6 महीने की होगी ट्रेनिंग
बता दें कि कोरोना महामारी की वजह से पिछले 2 साल से सेना में भर्ती रुकी है. पहले जहां नए सैनिकों को 9 महीने की ट्रेनिंग लेनी होती थी और वेतनमान भी कम मिलता था. अब वहीं, महज 6 महीनों की ही ट्रेनिंग होगी.
मिलेगी इतनी सैलरी
सेना में पहले रिटायरमेंट की उम्र करीब 40 साल थी. वहीं, अब नए नियमों के तहत पहले 4 साल के लिए सैनिकों की भर्ती की जाएगी. बताया जा रहा है कि अभी सैनिकों को कम वेतन मिलता है, लेकिन नए नियमों के तहत करीब 30 हजार रुपये मिलेंगे.
अखिल भारतीय स्तर पर भर्ती
युवाओं के लिए नए नियमों के तहत अखिल भारतीय स्तर पर भर्ती की जाएगी. हालांकि, नए भर्ती के तहत रिटायर होने के बाद पेंशन नहीं मिलेगी, लेकिन अच्छी बात ये है कि युवा नौकरी के दौरान कोर्स कर सकेंगे.
सैनिकों को कहा जाएगा- अग्निवीर
ट्रेनिंग के बाद जवानों को ‘अग्निवीर’ (Agniveer) कहा जाएगा. 4 साल की अवधि पूरी होने पर करीब 75 प्रतिशत जवानों को रिटायर कर दिया जाएगा. इसके बदले में उन्हें 10-12 लाख रुपये की आकर्षक धनराशि दी जाएगी. जबकि 25 प्रतिशत जवानों को लंबी अवधि के लिए आगे सेवा विस्तार दिया जाएगा.