नई दिल्ली : हिंदुस्तान अख़बार में आज छपी एक खबर ने हंगामा खड़ा कर दिया। इस खबर के अनुसार दिल्ली में 25 तारीख को रामलीला मैदान में एक विशाल सार्वजनिक सभा का आयोजन किया जा रहा है जिसमे दिल्ली में भी अलग -अलग धर्मो के लोगो को हिन्दू बनाने के लिए प्रेरित किया जायेगा।
ये आयोजन केंद्रीय आर्य सभा द्वारा किया जा रहा है। आमतौर पर ये आयोजन हर साल आर्य समाज अपने गुरु देव स्वामी श्रद्धानन्द जी के बलिदान दिवस पर करती आई है जिसमे पुरानी दिल्ली के नयाबाजार से रामलीला मैदान तक एक रैली निकाली जाती है और उसके बाद रामलीला मैदान में एक सम्मलेन किया जाता है जिसमे कई राजनितिक हस्तियों के अलावा धर्म गुरु भी शामिल होते है।
अख़बार के मुताबिक इस बार इस आयोजन में बड़ी संख्या पर धर्मांतरण का काम किया जा सकता है और इसके पीछे आरएसएस का हाथ माना जा रहा है। इस खबर के बाद हंगामा मच गया और अलग- अलग नेताओ ने इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया भी व्यक्त की।
इसी मुद्दे पर आज शाम आर्य केंद्रीय सभा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अपनी सफाई दी और कहा की हर साल की तरह जो सम्मलेन किया जा रहा है वो उसी तरह से होगा जिस तरह से पहले होता आया है। यानि इस बार भी ये लोग सिर्फ अपने गुरु श्रद्धानन्द जी को ही याद करेंगे।
धर्मांतरण जैसा कोई काम इसमें नहीं किया जायेगा। आर्य केंद्रीय सभा के लोगो के अनुसार इसमें न तो RSS शामिल है और न ही कोई और संस्था जो भी खबर अख़बार में छपी गयी है वो सरासर गलत और निराधार है।
इस बारे में दिल्ली पुलिस को भी इन्होने लिखित आश्वाशन दे दिया है और मिडिया के माध्यम से सन्देश दिया है की वो इसमें कुछ भी गलत नही करने जा रहे है। इन्होने उन नेताओ पर भी निशाना साधा और कहा की जिन्होंने भी इस खबर पर बयां बजी की है उन्हें एक बार इन लोगो से सच्चाई जानने की कोपशीष् करनी चाहिए थी।