नई दिल्ली : इन दिनों यह आशंका जताई जा रही है कि बीजेपी के भीतर दिल्ली में सरकार बनाने की कोई खिचड़ी पक रही है, ये सवाल एक बार फिर उठने लगे हैं क्योंकि बीजेपी के बयानों में चुनाव के लिए हिचक और सरकार के लिए इकरार नजर आने लगा है।
दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने कहा है कि अल्पमत की सरकार बनाना कोई पाप नहीं है। अल्पमत की सरकारों का इतिहास रहा है। उन्होंने कहा, ‘मैं ये नहीं कह रहा कि हम सरकार बना रहे हैं, लेकिन राजनीति में इसकी संभावना से कभी इनकार नहीं किया जा सकता। दिल्ली में चुनाव होंगे या बिना चुनाव कोई पार्टी सरकार बनाएगी? ये सवाल कुछ दिन के लिए ठंडा पड़ा था लेकिन अरविंद केजरीवाल ने रविवार को जंतर मंतर से ऐसे मंतर फूंका कि ये सवाल एक बार फिर सियासी गलियारों में गरम है।
एक बार फिर सारा दारोमदार दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग पर है। वो किसी पार्टी को बुलाएं या फिर दिल्ली में चुनाव कराने की सिफारिश करें. हालांकि उपराज्यपाल ने एक बार फिर मुट्ठी खोलने से इनकार कर दिया है।
दिल्ली में चुनाव कराए जाएं या नहीं इस पर कांग्रेस और बीजेपी दो टूक कुछ कहने को तैयार नहीं। महंगाई डायन बीजेपी को आंख दिखा रही है तो कांग्रेस अभी पिछले विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव के सदमे से संभल नहीं पाई है। दोनों प्रमुख पार्टियों की रंगत देख आम आदमी पार्टी पूरे रंग में आ रही है।