नई दिल्ली: रोड रेज में ड्राइवर की हत्या के विरोध में सोमवार को दिन भर मनाने की कोशिशें बेकार होने के बाद सरकार ने तेवर तीखे कर लिए हैं। दिल्ली सरकार ने हड़ताली ड्राइवरों पर एस्मा (Essential Services Maintenance Act ) लगा दिया है।
दिल्ली सरकार ने कर्मचारियों से हड़ताल खत्म करने की अपील की थी, लेकिन कर्मचारी अपनी मांगें पूरी होने तक हड़ताल जारी रखने की ज़िद पर अड़े रहे, जिसके बाद सरकार ने यह कदम उठाया है।
आपको बता दें कि आवश्यक सेवाएं जारी रखने के लिए सरकार एस्मा लगाती है। एस्मा लगाए जाने पर कर्मचारी हड़ताल नहीं कर सकते हैं। ऐसा करने पर उन्हें छह महीने तक की कैद भी हो सकती है। सरकार द्वारा एस्मा लगाए जाने के बाद अब अगर ड्राइवर काम पर नहीं लौटते हैं तो उनकी गिरफ्तारी की जा सकती है।
राजधानी में सड़कों से डीटीसी बसों के नदारद रहने से पब्लिक ट्रांसपोर्ट से सफर करने वालों को लगातार दूसरे दिन भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि आज दो हज़ार बसों के सड़कों पर उतरने का दावा किया जा रहा है, लेकिन यह रोज़ाना के मुकाबले काफी कम है।
मेट्रो स्टेशनों के बाहर लंबी कतारें देखी जा रही हैं और शहर के अलग-अलग हिस्सों से ऑटो चालकों की ओर से ज्यादा किराया लिए जाने की बातें भी सामने आ रही हैं। डीटीसी बसों की सेवा लेने वाले कई स्कूलों ने अभिभावकों से कहा है कि बच्चों को स्कूल लाने और ले जाने के लिए वे खुद इंतजाम करें।
गौरतलब है कि पश्चिमी दिल्ली के मुंडका इलाके में एक युवक ने अपनी मोटरसाइकिल में बस से टक्कर लगने के बाद 42 वर्षीय बस चालक अशोक की हेलमेट व आग बुझाने वाले छोटे सिलेंडर से पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। इसके विरोध में डीटीसी की बसों के चालक सोमवार को हड़ताल पर रहे, जिस कारण यात्रियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा।