नई दिल्ली : CBSE पेपर लीक मामले में पुलिस द्वारा अब तक 60 लोगों से पूछताछ की जा चुकी है। क्राइम ब्रांच के विशेष आयुक्त आरपी उपाध्याय ने बताया कि अब तक 52 छात्र सहित सात ट्यूटर और एक कोचिंग संचालकों से पूछताछ की जा चुकी है। उनके बयानों की सत्यता की जांच के साथ ही बयानों की एकरूपता जांची जा रही है। मामले की जांच को लेकर क्रांइम ब्रांच की टीम शनिवार रात प्रीत विहार में CBSE दफ्तर पहुंची।
वहीं, पुलिस ने उन छह वाट्सएप ग्रुप की जांच तेज कर दी है, जिनके माध्यम से लीक पेपर बांटे गए थे। उधर, Google ने पुलिस को CBSE चेयरपर्सन के पास पेपर लीक संबंधी ईमेल भेजने वाले व्यक्ति के अकाउंट की जानकारी दे दी है, जिसके बाद पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।
बता दें कि 10वीं गणित की परीक्षा से 24 घंटे पहले देव नारायण नामक व्यक्ति के जीमेल अकाउंट से CBSE चेयरपर्सन के आधिकारिक जीमेल अकाउंट पर ईमेल आया था, जिसमें पेपर लीक होने की बात कही गई थी।
पॉलिटिकल साइंस का पेपर भी हुआ लीक: विसलब्लोअर
पेपर लीक मामले में विसलब्लोअर ने दावा किया है कि 10वीं मैथ्स और 12वीं के इकनॉमिक्स के पेपर के अलावा पॉलिटिकल साइंस का पेपर भी लीक हुआ। उसका कहना है कि 17 मार्च को ही उसने इस संबंध में पीएम नरेंद्र मोदी, CBSE और पुलिस को अलर्ट कर दिया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।