नई दिल्ली : दिल्ली की एक अदालत में बुधवार को दायर आरोप-पत्र में पुलिस ने कहा कि उत्तर पूर्व दिल्ली में हिंसा के दौरान दंगों और गुप्तचर ब्यूरो (IB) के अधिकारी अंकित शर्मा की ‘हत्या’ के पीछे एक गहरी साजिश थी क्योंकि उन्हें निलंबित आप पार्षद ताहिर हुसैन के नेतृत्व वाली भीड़ द्वारा ‘विशेष रूप से निशाना’ बनाया गया।
दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने आरोप-पत्र मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट रिचा परिहार के समक्ष दाखिल किया जिन्होंने मामले पर सुनवाई 16 जून को करना तय किया।
पुलिस ने कहा कि शर्मा की हत्या के बाद भीड़ ने उनका शव पास के नाले में फेंक दिया था और उनका शव अगले दिन निकाला गया था।
आरोप-पत्र में कहा गया है कि पास की एक छत पर खड़े एक गवाह ने अपने मोबाइल फोन से एक वीडियो बनाई थी जिसमें कुछ लोग शव को नाले में डालते दिख रहे हैं। पोस्टमार्टम के दौरान चिकित्सकों ने अंकित के शरीर पर 51 चोट के निशान पाए थे।