उन्होंने कहा कि मोदी को उनका यह पासा उल्टा पड़ सकता है । उन्होंने मोदी की रजनीकांत से मुलाकात पर किसी भी तरह की टिप्पणी से इंकार किया। करूणानिधि से मोदी के द्रविड़ दलों पर लगाए गए आरोपों के बारे में पूछा गया तो वे बोले उन्होंने तमिलनाडु में चुनाव प्रचार शुरू किया है। मोदी ने कुछ आश्चर्यजनक बातें कही हैं जो तमिलनाडु के लोगों में असंतोष पैदा करने के लिए काफी है।
दरअसल, शुरूआत में डीएमके और AIADMK ने BJP पर चुनाव अभियान के दौरान कोई टिप्पणी नहीं की थी। वामदलों और कांग्रेस ने जब द्रविड़ दलों की मंशा को संदिग्ध बताया तो मुख्यमंत्री जयललिता और करूणानिधि ने हमला शुरू किया। डीएमके अध्यक्ष ने मोदी व रजनीकांत की मुलाकात पर भी कुछ नहीं कहा। शायद उन्होंने रजनीकांत के प्रति सम्मान को पेश किया क्योंकि सुपरस्टार ने 1996 के विधानसभा चुनाव में खुलकर डीएमके प्रत्याशियों को समर्थन देने की मांग की थी। उसके बाद से रजनीकांत ने राजनीति में ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाई ।
हालांकि मोदी की मुलाकात से सप्ताहभर पहले एमडीएमके महासचिव वाइको ने भी रजनीकांत से भेंट की थी। इस वार्ता का खुलासा सोमवार को ही किया गया। वाइको ने 6 अप्रेल को उनसे मुलाकात के वक्त वरिष्ठ अधिवक्ता रामजेठमलानी की जीवनी भेंट की थी। साथ ही जेठमलानी की ओर से आग्रह किया गया था कि वे नरेंद्र मोदी का लोकसभा चुनाव में समर्थन करें। दरअसल घटनाक्रम मोदी के आने से एक सप्ताह पहले का है। शायद वाइको की मुलाकात के बाद ही नमो और रजनी की भेंट का मार्ग प्रशस्त हुआ