नई दिल्ली : राजस्थान में धौलपुर जिले के रायजीत नगला गांव की पंचायत ने आसपास के 25 गांवों को नशा मुक्त करने का फैसला किया है।
गांव की पंचायत ने तय किया है कि अब कोई भी शराब पीता हुआ पाया गया तो उसे 11 हजार रुपए का जुर्माना अदा करना होगा। उसके घर के किसी सदस्य को सरकारी नौकरी नहीं करने दी जाएगी। गुटखा और तम्बाकू का उपयोग करते पकड़े जाने पर 5100 रुपए का जुर्माना अदा करना होगा। इस रकम का उपयोग गांव के विकास पर खर्च होगा।
यही नहीं गांव की पंचायत धूम्रपान करने वाले या मादक पदार्थों का सेवन करने वालों को 5 से 15 दिन तक गांव से बाहर कर सकती है।
गांव के वरिष्ठ नागरिक सूबेदार सिंह,विसम्बर सिंह,रामकिशन सहित करीब एक हजार लोगों की मौजूदगी में रायजीत नगला गांव को पहले शराब और धूम्रपान मुक्त करने के बाद आसपास के 25 गांवों को नशामुक्त करने का अभियान चलाया जाएगा।
गांव के सरपंच कृपाल सिंह ने ग्रामीणों को नशा मुक्ति की शपथ दिलाने के साथ ही लोगों को जागरूक करने का भी आग्रह किया।
पंचायत ने तय किया कि आसपास के सभी गांवों से शराब की दुकानें हटाने के लिए सरकार से आग्रह करेंगे,यदि नहीं हटाई जाती है तो फिर मतदान का सहारा लेकर दुकानें बंद कराएंगे।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान के कई गांवों और शहरों में शराबबंदी को लेकर अभियान चल रहा है। चार स्थानों पर तो लोगों ने मतदान के माध्यम से शराब की दुकानें बंद भी करा दी। आदिवासी जिले बांसवाड़ा और प्रतापगढ़ जहां शराब का प्रचलन काफी अधिक था,वहां भी दो गांवों में शराब की दुकानें बंद हुई है।