इस कारन से बिहार के शिक्षकों की छिन गई 4257 टीचर की नौकरी, जानें विभाग ने क्यों लिया फैसला

बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) के माध्यम से बिहार में हजारों शिक्षकों की नियुक्तियां हुई हैं. अभी यह प्रक्रिया चल भी रही है. इस बीच प्रदेश के हजारों अतिथि शिक्षकों की नौकरी खतरे में पड़ गई है. इन शिक्षकों की सेवा समाप्त करने के लिए शनिवार को विभाग के स्तर से पत्र जारी किया गया है. इसके पीछे की वजह राज्य सरकार की नीति है. जिसके तहत अतिथि शिक्षकों की सेवा शिक्षक नियोजन तक ही ली जानी है.

विभाग की ओर से जारी पत्र के अनुसार वर्तमान में राज्य के कक्षा नौ और 10 के लिए 37 हजार 847 और कक्षा 11-12 के लिए 56 हजार 891 शिक्षकों की नियुक्ति करके उन्हें विद्यालयों में पदस्थापित किया जा चुका है. इसलिए अब अतिथि शिक्षकों को सेवा में बनाए रखने की जरूरत नहीं है. इस आदेश के बाद बिहार के उच्च माध्यमिक स्कूलों में करीब छह साल से पढ़ा रहे 4257 अतिथि शिक्षक बेरोजगार हो जाएंगे.

31 मार्च को समाप्त हो जाएगी सेवा

शिक्षा विभाग की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि प्रावधान के अनुसार राज्य के उच्च माध्यमिक विद्यालयों में अतिथि शिक्षकों की सेवा 1 अप्रैल 2024 से किसी भी परिस्थिति में नहीं ली जाए. साथ ही सभी जिलों के डीईओ को यह भी आदेश दिया गया है कि आपके जिले में एक भी अतिथि शिक्षक के सेवा में न होने का प्रमाण पत्र भी तीन अप्रैल 2024 तक अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाए.