नई दिल्ली : सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़ नेपाल और उत्तर भारत में तबाही के 58 मिनट पहले ही पंधाना ब्लॉक में लगी सिस्मोमीटर मशीन में हलचल शुरू हो गई थी। भूकंप की पहली आहट शनिवार सुबह 10.42 बजे दर्ज होने के बाद करीब दो घंटे में चार झटके दर्ज हुए। सभी झटके 7.2 से 6.3 तीव्रता के बीच के थे। हालांकि प्रशासन की तरफ से कोई भी मैदानी गतिविधि नहीं हुई।
मशीन में दोपहर 1.30 बजे तक चार झटके दर्ज हुए थे जबकि नेपाल में सुबह 11.40 बजे पहला झटका आया जो 7.5 तीव्रता का था। पंधाना तहसील कार्यालय में लगी मशीन में भूकंप का केंद्र 1839 किलोमीटर दूर दर्ज हुआ है। एसडीएम पंधाना जानकी यादव ने बताया झटकों का एनालिसिस भू-विज्ञान केंद्र के अधिकारियों द्वारा किया जाता है।
इसमें 7.2 तीव्रता का झटका दर्ज हुआ है। प्रशासन ने लोगों को सजग रहने की सलाह दी है। निमाड़ भूकंप जोन 3 में भूकंप की दृष्टि से अति संवेदनशील निमाड़ देश के भूकंपीय मानचित्र में भूकंप जोन 3 में आता है। यह भूकंप की दृष्टि से कमजोर पट्टी सोन-नर्मदा-ताप्ती लीनियामेंट जोन में है। यहां वर्ष 1847 और 1992 के बीच भूकंप के 4 से 6.5 मैन्गीट्यूड क्षमता के 7 भूकंप आ चुके हैं। कलेक्टर एमके अग्रवाल ने कहा कि जिले में कहीं भी भूकंप महसूस होने या नुकसानी की सूचना नहीं है। यह जिला नर्मदा घाटी क्षेत्र में आने से लोगों को सजग रहने और अफवाहों से बचें।