मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफ़र्ड में खेले गए आईसीसी क्रिकेट विश्वकप 2019 के अपने छठे मैच में वेस्टइंडीज को 125 रनों से हराकर भरतीय टीम 11 अंक लेकर अंक तालिका में दूसरे स्थान पर पहुँच गई है। यह इस टूर्नामेंट में भारत की पाँचवीं जीत है और यह टीम अभी तक अजेय है। अब भरतीय टीम का सेमीफ़ाइनल में स्थान लगभग पक्का हो गया है।
वेस्टइंडीज के विरुद्ध इस अहम मुकाबले में भारतीय कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। भारत ने विराट और धोनी के अर्धशतकों के सहयोग से निर्धारित पचास ओवरों में 7 विकेट खोकर 268 रन बनाए। भारतीय टीम की ओर से हार्दिक पांड्या ने तेजतर्रार 46 रनों की पारी खेली और केएल राहुल ने 48 रनों का योगदान दिया।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी वेस्टइंडीज की टीम कुछ खास नहीं कर सकी और महज 143 रनों पर सिमट गई। भारतीय टीम की खरतनाक गेंदबाजी के आगे कैरेबियाई बल्लेबाज संतोषजनक प्रदर्शन करने में नाकाम रहे। भारत की ओर से मो.शमी ने सर्वाधिक 4 विकेट लिए। तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और कलाई के स्पिनर यजुवेंद्र चहल ने 2-2 विकेट चटकाए। वहीं चाइनामैन कुलदीप यादव और आलराउंडर हार्दिक पांड्या ने 1-1 विकेट हासिल किए। भारतीय कप्तान विराट कोहली को उनकी 72 रनों की शानदार पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।
अभी भी इन बातों पर ध्यान देने की जरूरत
ओपनर केएल राहुल अच्छी शुरुआत को एक बार फिर बड़ी पारी में तब्दील करने में नाकाम रहे।टूर्नामेंट में दो शतक लगा चुके उपकप्तान रोहित शर्मा पिछले मैच की तरह इस बार भी सस्ते में निपट गए। इस मैच में भारतीय टीम का मध्यक्रम एक बार फिर लड़खड़ाया। चार नंबर पर खेलने आए विजय शंकर एक बार फिर नाकाम रहे। यही नहीं पिछले मैच में अर्धशतक जड़ने वाले केदार जाधव भी महज 7 रन बनाकर आउट हो गए। भरतीय टीम अभी भी इस कमी से पार नहीं पा सकी है। वह तो गनीमत है कि विराट कोहली ने पिछले चारों मुकाबलों में अर्धशतक लगाया है नहीं तो उसके मध्यक्रम की नाकामी उसे भारी पड़ सकती थी। पिछले दोनों मुकाबलों में भरतीय टीम बड़ा स्कोर बनाने में नाकाम रही है। ऐसे में इस कमी को यदि न दूर किया गया तो आगे आने वाले मुख्य मुकाबलों जैसे सेमीफाइनल व फाइनल आदि में इसका खमियाजा भुगतान पड़ सकता है।
कप्तान के बोल
मैच के बाद पुरस्कार वितरण समारोह में भरतीय कप्तान ने टीम के प्रदर्शन पर खुशी जताई, खासकर पिछले दोनों मुकाबले में गेंदबाजों के प्रदर्शन पर। उन्होंने कहा पिछले दोनों मुकाबलों में हमने अपेक्षानुरूप रन बोर्ड पर नहीं लगाए लेकिन हमारी बेहतरीन गेंदबाजी और फील्डिंग से हमने मैच जीते। इससे टीम का आत्मविश्वास बहुत बढ़ा हुआ है और हमें लगता है हम किसी भी परिस्थिति में मैच जीत सकते हैं। ड्रेसिंग रूम का माहौल बहुत सकारात्मक है। धोनी की बल्लेबाजी की धीमी गति को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि धोनी मैच विजेता खिलाड़ी हैं और उन्हें परिस्थितियों के अनुसार व पुछल्ले बल्लेबाजों के साथ बल्लेबाजी करने की कला आती है। धीमी रन गति की लेकर धोनी की आलोचना को उन्होंने गलत बताकर पूर्व कप्तान का बचाव किया।
अगला मुकाबला होगा बेहद रोमांचक
भारत का अगला मुकाबला 30 जून को मेजबान इंग्लैंड से होगा। इंग्लैंड अभी अंक तालिका में चौथे स्थान पर है और उसके लिए यह मुकाबला बेहद अहम होगा। इस मैच को वह किसी भी कीमत पर जीतकर सेमीफाइनल की दौड़ में बने रहना चाहेगा। वहीं भारतीय अपने विजय रथ को कायम रखना चाहेगी और यह भी सम्भव है कि वह बेंच पर बैठे किसी खिलाड़ी को मौका देकर प्रयोग भी करे।