अब भारत दौरे में भी वह आर्थिक और व्यापारिक रिश्तों पर ही विशेष ध्यान देंगे। मिली जानकारी के अनुसार उनके साथ एक उच्चस्तरीय व्यापारिक प्रतिनिधि मंडल भी आ रहा है। जिससे यह माना जा रहा है कि दौरे के बीच साझा उद्यम लगाने और इजिप्ट में भारतीय निवेश बढ़ाने से संबंधित कई समझौते किए जाएंगे। इसमें सूचना तकनीक और कपड़ा क्षेत्र विशेष तौर पर शामिल होंगे।
इसी दौरान पश्चिम एशिया के हालात और वहाँ राजनीतिक स्थिरता लाने के मुद्दे पर भी मोरसी से चर्चा की जाएगी। अफगानिस्तान मामलों पर विशेष पर चर्चा होगी। अफगानिस्तान के भविष्य पर अरब मुल्कों के बीच आम राय बनाने में मोरसी की महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है, इसलिए भारत उनके साथ समन्वय बनाने का प्रयास कर रहा है। इजिप्ट के अलावा अरब स्प्रिंग के बाद भारत ने अब तुनीशिया और लीबिया की नई सरकारों के साथ भी इसी तरह अपने संबंध मजबूत करने प्रयास कर रहा है। अब देखना यह है कि मोरसी का भारत दौरा कितना इजिप्ट के लिए और कितना भारत के लिए लाभदायक होगा।