लखनऊ : लॉ की छात्रा से यौन शोषण के मामले में गिरफ्तार किए गए पूर्व केंद्रीय मंत्री चिन्मयानंद स्वामी को स्थानीय कोर्ट द्वारा 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इसके पूर्व आज ही SIT और यूपी पुलिस की टीम ने चिन्मयानंद को गिरफ्तार किया था। पीड़िता ने चिन्मयानंद पर उसके साथ कई बार दुष्कर्म करने के गंभीर आरोप लगाए थे। लंबे वक्त से चिन्मयानंद गिरफ्तारी से बचने की कोशिश कर रहा था, लेकिन आखिरकार आज उसकी गिरफ्तारी हो गई है। SIT ने शारजहांपुर से चिन्मयानंद को हिरासत में लिया है।
हाल ही में स्वामी चिन्मयानंद पर शोषण का आरोप लगाने वाली छात्रा ने चिन्मयानंद गिरफ्तार न होने की स्थिति में आत्महत्या करने की धमकी दी थी। वह प्रयागराज गई और उसके परिजनों ने जरूरी औपचारिकताएं पूरी कर वकीलों से सलाह-मशविरा भी लिया।
छात्रा ने एक टीवी चैनल को दिए एक इंटरव्यू में कहा था कि चिन्मयानंद की जल्द ही गिरफ्तारी न होने की स्थिति में वह केरोसिन डालकर आत्महत्या कर लेगी। इस पर एसआईटी चीफ आईजी नवीन अरोड़ा ने कहा कि किसी की भावनाओं के अनुरूप जांच-पड़ताल नहीं होती, तथ्यों के आधार पर होती है। उन्होंने सभी पक्षों से संयम की अपेक्षा की।
उन्होंने छात्रा को भरोसा दिलाया था कि सभी को एसआईटी पर भरोसा रखने की जरूरत है और इसकी जवाबदेही कोर्ट के प्रति है। हमारी पूरी कोशिश है कि इस केस में कोई भी तथ्य न छूटे। आईजी के अनुसार हाईकोर्ट में 23 तारीख को इस मामले की स्टेटस रिपोर्ट पेश की जाएगी।
बता दें कि गिरफ्तारी से बचने के लिए चिन्मयानंद ने बुधवार को खराब तबीयत का हवाला दिया था, जिसके बाद उन्हें जिला अस्पताल मे भर्ती कराया गया था। गुरुवार को चिन्मयानंद को केजीएमयू लखनऊ के लिए रैफर किया गया था। हालांकि उन्होंने कहा था कि वह आयुर्वेदिक इलाज कराना चाहते हैं और इसके बाद उन्हें उनके मुमुक्षु आश्रम वापस ले जाया गया था।